Madhy Pradesh

कांग्रेस को युवाओं से खाली कर गए थे सिंधिया, अब भूरिया से जगी आस

मध्यप्रदेश। बीते दिन युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनावों में डा विक्रान्त भूरिया विजयी रहे है, अब वह प्रदेश में युवक कांग्रेस की कमान नई टीम के साथ संभालेंगेय अब उनके कंधों पर मध्यप्रदेश में युवक कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी होगी। वह कांग्रेस में अब युवा आदिवासी चेहरा है। वह कांग्रेस को कितना मजबूत कर पाएंगे यह तो वक्त ही बताएगाय प्रदेश भर के युवा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस में कददावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में चले जाने के बाद ग्वालियर चंबल सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में कांग्रेस के कई युवा नेता और कार्यकर्ता जो कहीं न कहीं श्री सिधिया से जुडे हुए थेय वह भाजपा के हो गए है। ऐसे में युवक कांग्रेस की विचार धारा से युवाओं को जोडनाए युवक कांग्रेस और प्रदेश अध्यक्ष के सामने पहली चुनौती होगी। सियासत में बढती युवाओं दखल अंदाजी से बिना युवाओं के साथ के प्रदेश भर में प्रभावी नेटवर्क खडा करना मुश्किल होगा। अब युवक कांग्रेस के नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश के युवाओं का कितना भरोसा जीत पाते है यह तो आगामी वक्त में युवक कांग्रेस के प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा।
मजबूत माना जाता है भाजपा का युवामोर्चा
प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की प्रमुख टक्कर भाजपा से ही है और भाजपा में युवा मोर्चा कापफी सक्रिय और मजबूत स्थिति में माना जाता है। चाहे भाजपा सत्ता में रहे या पिफर विपक्ष में मगर भाजपा युवा मोर्चा के नेता एवं कार्यकर्ता हमेशा अपनी मजबूत भूमिका में नजर आते है। भाजपा के युवा मोर्चा को कांग्रेस की युवक कांग्रेस की नई टीम कितनी टक्कर देगी। यह तो आगामी समय में पता चलेगा, मगर युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर युवा आदिवासी नेता के काबिज होने के बाद युवक कांग्रेस में नई उर्जा का संचार कितना होगा यह उनके आगामी कार्यक्रमों में दिखाई देगा।
निकाय चुनावों में होगी भूमिका
गौरतलब बात है कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियां हो रही है। नगरीय निकाय चुनावों में पार्षद पद से लेकर अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा रहती है। यूं कहा जाए कि परिषदें जवान होती है तो यह भी अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऐसे में इस बार भी नगरीय निकाय चुनावों में दोनों ही प्रमुख दलों से युवा चेहरों को ज्यादा अवसर मिलने की खबरें सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसलिए निकाय चुनावों में भाजयुमो और युवक कांग्रेस की भूमिका अग्रणी मानी जाती है। इन दोनों ही खेमों से जुडे कार्यकर्ताओं को चुनाव लडने के ज्यादा अवसर मिलते हैंय अब इस बार कौन कितने अवसर भुना पाएगा यह तो वक्त ही बताएगा।

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