ट्रेन के इलेक्ट्रिक इंजन की गड़बड़ी मोबाइल से होगी दूर
इटारसी। चलती ट्रेन में सेक्शन में यदि विद्युत इंजन में किसी तरह की तकनीकि गड़बड़ी आती है तो उस गड़बड़ी को अब लोको पायलट मोबाइल से ही ठीक कर सकेंगे। उन्हें अब उस गड़बड़ी को दूर करने के लिए किसी किताब के या फिर किसी टेक्निीशियन के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा और यह सब हो सकेगा उस मोबाइल एप्लीकेशन से जिसे विद्युत लोको शेड में डिजाइन किया है। जबलपुर जोन का यह इकलौता प्रयोग एसी शेड प्रबंधन ने किया है।
फीड है जानकारी : अभी जो एप तैयार किया गया है उसमें डब्ल्यूएपी-४, डब्ल्यूएजी-७, डब्ल्यूएजी-5 और डब्ल्यूएएम-४ लोको बारे में जानकारी फीड है। इसके अलावा इन इंजनों में होने वाले पेंटो फेलुअर, डीजे फेलुअर, रिले फेलुअर, टे्रक्शन फेलुअर, न्यूमैटिक फेलुअर और फ्यूज फेलुअर के बारे में जानकारी दी है साथ ही इनमें से किसी भी फेलुअर के सामने आने पर पायलट उसे कैसे ठीक करेंगे, उसकी प्रक्रिया भी बताई है। अभी तक लोको पायलटों को अपने साथ ट्रबल शूटिंग डायरेक्ट्री लेकर चलना पड़ता था जिसमें फेलुअर और उसका हल ढूंढने में लोको पायलटों को परेशान होना पड़ता था। किताब के गुमने या घर रहने के कारण लोको पायलटों की हालत खराब हो जाती थी। मोबाइल एप के कारण अब उनकी बड़ी चिंता भी दूर हो गई है।
इलेक्ट्रिक लोको ट्रबल शूटिंग एप दिया नाम
यह एप्लीकेशन जबलपुर जोन में पहली बार किसी एसी शेड ने तैयार किया है। प्रबंधन ने एंड्रायड मोबाइल के हर हाथ में होने को देखते हुए ट्रबल शूटिंग से जुड़ी पूरी डायरेक्ट्री को मोबाइल में उतारने की मंशा तकनीकि जानकारों से जताई थी। करीब दो माह पहले चीफ लोको इंस्ट्रक्टर केके सोनी व एप डिजाइनर आरिफ खान ने इस काम को हाथ में लिया। सीएलआई सोनी ने विद्युत इंजन में आने वाली गड़बडिय़ों और उन्हें दूर करने के तरीकों की जानकारी लिपिबद्ध जिसे साफ्टवेअर की मदद से एप में डेवलप करने का काम आरिफ खान ने किया।
इन इंजनों की जानकारी भी करेंगे फीड
एसी शेड प्रबंधन ने फिलहाल इसमें 4 इंजनों और उनके फेलुअर से जुड़ी जानकारी फीड की है। इस एप में अभी और भी नए इंजनों की जानकारी फीड करने की योजना है। प्रबंधन के मुताबिक आने वाले समय में आवश्यकता पडऩे पर डब्ल्यूएपी-७ और डब्ल्यूएसी-९ इंजनों के फेलुअर और उन्हें ठीक करने के तरीकों की पूरी जानकारी सचित्र फीड करने का काम किया जाएगा। इसके अलावा इस एप्प को इंग्लिश में भी तैयार करने की योजना है।