MP NEWS : आयोडीन की कमी पहुंचा सकती है नुकसान
मध्यप्रदेश । मुरैना सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता ने बताया है कि आयोडीन की कमी से मानसिक स्वास्थ्य की होने वाली हानि सबसे अधिक चिंता का विषय है। इससे बढ़ती आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, सबसे अधिक प्रभावित होते है। आयोडीन की कमी और इसकी हानियों से होने वाले प्रभावों को दूर करने के लिये नमक में आयोडीन की मात्रा होना आवश्यक है। आयोडीन एक सूक्ष्म पोषक तत्व है। यह हम सबके लिये शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये बहुत आवश्यक है। हमारे गले में थायराइड नाम की ग्रन्थि है, यह ग्रन्थि आयोडीन की सहायता से थायरॉक्सीन नामक हॉर्मोन्स तैयार करती है। जो मनुष्य के उचित विकास के लिये आवश्यक है। यह हार्मोन्स आयोडीन का एक घटक है। आयोडीन की कमी होेने पर घेंघा या गले में सूजन होती है। आयोडीन की कमी सभी आयु वर्ग को प्रभावित करती है। विशेष रूप से बच्चे, गर्भवती महिलाओं पर इसकी कमी का गंभीर प्रभाव होता है। इसलिये भोजन में आयोडीन की मात्रा अवश्य लें, जिससे शारीरिक, मानसिक विकास संबंधी परेशानियों से बचा जा सके।