MP BY ELECTION : नर्मदा को बीच मझधार में छोड अब लोकतंत्र बचाने निकले बाबा
मध्यप्रदेश। साधा जीवन उच्च विचार रखने वाले साधु संत सन्यासी जीवन छोड सियासत के समर में उतरे जाए तो उनके अनुयायियों को यह बात कुछ समझ से परे रहती है, लेकिन मध्यप्रदेश की सियासत में विगत दो तीन साल से ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। कम्प्यूटर बाबा के नाम से प्रख्यात एक संत कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के सियासी रूपी यज्ञ में अपनी आहुति देते नजर आते हैं। पवित्र सलीला मां नर्मदा नदी को बचाने के लिए मैदान में उतरे बाबा अब नर्मदा को बीच मझधार में छोडकर लोकतंत्र को बचाने में जुट गए हैं। यह यात्रा 30 सितंबर को सीहोर आएगी।
कमलनाथ की कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में पूर्व कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त कम्प्यूटर बाबा उपचुनाव के सियासी मैदान में उतर गए हैं. उन्होंने लोकतंत्र बचाओ यात्रा शुरू कर दी है. उनकी यह यात्रा ग्वालियर से निकाली गई, यात्रा उन सभी विधानसभा सीटों पर जा रही है जहां चुनाव होना है. यह यात्रा संभवत: 30 सितंबर को सीहोर के बायपास पर पहुंचेगी। यात्रा का स्वागत करने के लिए कांग्रेस के नेताओं द्वारा कमर भी कस ली है। उल्लेखनीय है कम्पयुटर बाबा द्वारा निकाली जा रही यात्रा के दौरान उपचुनाव वाली विधानसभा क्षेत्रों में बाबा मंचों के माध्यम से भाजपा की सरकार को उखाड फेंकने की बात कह रहे हैं।