भोपाल। मर्डर केस में फंसे भाजपा सरकार के बड़े मंत्री की कुर्सी छिनना लगभग तय हो गया है। गुरुवार को सुबह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे भोपाल पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से काफी देर तक मंत्रणा की। दोनों के बीच मंत्री लाल सिंह आर्य को लेकर पद से इस्तीफा दिलवाने पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव के चलते वोटिंग में किसी प्रकार का प्रभाव न पड़े इसलिए घोषणा शाम तक के लिए टाल दी गई। माना जा रहा है कि वोटिंग के बाद कभी भी उनके इस्तीफे की खबर आ सकती है। केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहे प्रदेश के मंत्री लाल सिंह आर्य के मामले में तत्काल रिपोर्ट मांगी है। सहस्रबुद्धे इसी सिलसिले में भोपाल आए हुए हैं। भाजपा संगठन ने आर्य पर मर्डर का आरोप लगने और 6 बार से कोर्ट में पेश नहीं होने पर मीडिया में बनी सुर्खियों को गंभीरता से लिया है। कोर्ट की बार-बार अवमानना के कारण भाजपा की किरकिरी भी हो रही थी। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व ने इस मंत्री की पूरी रिपोर्ट मंगवाई है। मंत्री आर्य की गिरफ्तारी होने से पहले उनसे इस्तीफा दिलवा दिया जाएगा। हालांकि इस्तीफे का फैसला गुजरात चुनाव की आज की वोटिंग के बाद कभी भी हो सकता है।
भोपाल। मर्डर केस में फंसे भाजपा सरकार के बड़े मंत्री की कुर्सी छिनना लगभग तय हो गया है। गुरुवार को सुबह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे भोपाल पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से काफी देर तक मंत्रणा की। दोनों के बीच मंत्री लाल सिंह आर्य को लेकर पद से इस्तीफा दिलवाने पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव के चलते वोटिंग में किसी प्रकार का प्रभाव न पड़े इसलिए घोषणा शाम तक के लिए टाल दी गई। माना जा रहा है कि वोटिंग के बाद कभी भी उनके इस्तीफे की खबर आ सकती है।
केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहे प्रदेश के मंत्री लाल सिंह आर्य के मामले में तत्काल रिपोर्ट मांगी है। सहस्रबुद्धे इसी सिलसिले में भोपाल आए हुए हैं। भाजपा संगठन ने आर्य पर मर्डर का आरोप लगने और 6 बार से कोर्ट में पेश नहीं होने पर मीडिया में बनी सुर्खियों को गंभीरता से लिया है। कोर्ट की बार-बार अवमानना के कारण भाजपा की किरकिरी भी हो रही थी।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व ने इस मंत्री की पूरी रिपोर्ट मंगवाई है। मंत्री आर्य की गिरफ्तारी होने से पहले उनसे इस्तीफा दिलवा दिया जाएगा। हालांकि इस्तीफे का फैसला गुजरात चुनाव की आज की वोटिंग के बाद कभी भी हो सकता है।