लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी होंगे नए सेना प्रमुख, मध्य प्रदेश के रीवा में की शिक्षा प्राप्त, महू के ‘आर्मी वॉर कॉलेज’ से भी किया है कोर्स
नई सरकार के गठन के साथ ही नए सेना प्रमुख की घोषणा भी की गई है। वर्तमान वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना का अगला प्रमुख (Army Chief) नियुक्त किया गया है।
भारत ने अपने नए सेना प्रमुख की घोषणा कर दी है। वर्तमान वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना का अगला प्रमुख (Army Chief) नियुक्त किया गया है। दरअसल लोकसभा चुनाव की वजह से जनरल मनोज पांडे को एक महीने का एक्सटेंशन मिला था वहीं अब एलान हो जाने के चलते लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी आर्मी चीफ का पद संभालेंगे।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी का अनुभव:
दरअसल लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पास चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम करने का व्यापक अनुभव है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विस्तृत सेवा प्रदान की है और कई मोर्चों पर नेतृत्व किया है। जानकारी के अनुसार 30 जून को लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी भारतीय सेना प्रमुख का पदभार ग्रहण करेंगे। वहीं काफी समय बाद उत्तरी कमान का अनुभव रखने वाले किसी अधिकारी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
जानकारी दे दें कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी जम्मू-कश्मीर राइफल्स के कमीशन्ड अधिकारी हैं। उन्होंने फरवरी 2024 में वाइस चीफ का पद संभाला था और इससे पहले उत्तरी कमान के प्रमुख थे। पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों से निपटने का उनका व्यापक अनुभव है। उन्होंने कश्मीर और उत्तरी कमान में प्रभावशाली काम किया है और राजस्थान में यूनिट की कमान संभालने का भी अनुभव उनके पास है। इसके अलावा, वह उत्तर-पूर्व में आतंकवाद विरोधी अभियानों में सेक्टर कमांडर और असम राइफल्स के महानिरीक्षक के रूप में भी काम कर चुके हैं। चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मध्य प्रदेश के रीवा से की है शिक्षा प्राप्त:
दरअसल लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मध्य प्रदेश के रीवा सैनिक स्कूल से शिक्षा प्राप्त की हैं। उन्होंने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू से भी कोर्स किया है। वहीं इसके अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को यूएसएडब्ल्यूसी, कार्लिस्ले, यूएसए में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में ‘प्रतिष्ठित फेलो’ से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल और सामरिक अध्ययन और सैन्य विज्ञान में दो ‘मास्टर डिग्री’ हैं
सम्मान और पुरस्कार:
वहीं अपने 39 साल के लंबे करियर में उन्होंने कई कठिन मिशनों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसके साथ ही उन्हें मिलने वाले पुरस्कार की बात करें तो उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल समेत कई वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के पास चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम करने का अनुभव और पाकिस्तान व चीन की चुनौतियों से निपटने की पर्याप्त क्षमता है। उनका अनुभव और नेतृत्व भारतीय सेना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। नई सरकार के गठन के साथ ही सेना प्रमुख की घोषणा भी की गई है। उनके नेतृत्व में भारतीय सेना को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी।