मासूम की मौत दाग गई सरकार पर कई सवाल
मध्यप्रदेश। प्रदेश के अभ्यारणो में तो शेर, तेंदुआ और बाघ सहित अन्य हिंसक जानवर है ही। यह हिंसक जानवर अभ्यारणों के नजदीकी जंगलों में भी आवाजाही करते है। मध्यप्रदेश में करीब एक सप्ताह में दो घटनाएं घटित हुई है, इसमें एक घटना मुख्यमंत्री के ग्रह जिले सीहोर के नसरूल्लागंज तहसील की रही जहां आंगन में खेल रही करीब पांच साल की बच्ची को तेंदुआ जंगल में उठा ले गया और मार डाला, दूसरी घटना महज दो दिन पहले प्रदेश् के सीधी जिले से आई है जहां संजय टाईगर रिजर्व सीधी के वन परिक्षेत्र ब्यौहारी के अंतर्गत ग्राम बोचरों तहसील ब्यौहारी में शौच के लिए खेत में एक 8.9 साल के बालक रोहित पनिका पिता फूलचंद पनिका को एक मादा शावक बाघ ने जंगल में ले जाकर मार दिया। घटना की सूचना मिलने पर तत्काल संजय टाईगर रिजर्व सीधी एवं उत्तर वनमंडल शहडोल के अधिकारी दल बल के साथ मौके पर पहुँचे। उसी दिन रात में ही बालक के शव की खोज की गई। शव के अंतिम संस्कार के बाद शासकीय तौर पर मिलने वाली चार लाख की मदद भी की गई, अब दोनों घटनाएं अलग अलग स्थानों की है और दोनों के मायने अलग अलग।
सवाल जो मांग रहा उत्तर
प्रदेश के सीधी जिले में जो घटना हुई है उसमें सामने आया है कि बालक रोहित जब शौच के लिए गया हुआ था उसी समय बाघ के शावक ने उस पर हमला कर दिया और इस घटना में उसकी मौत हो गईय जब प्रदेश में प्रत्येक गरीब परिवार के यहां सरकार की योजनाओं के तहत शौचालयों का निर्माण हो ही चुका है तो पिफर यह बालक शौच के लिए बाहर क्यों गया, इससे कि उसे अपनी जान गंवाना पडी।