IAS सूफिया के चरण पादुका उठाने पर एमपी में सियासी रार!
भोपाल। एकात्म यात्रा के दौरान मंडला कलेक्टर सूफिया फारूकी द्वारा शंकराचार्य की चरण पादुकाएं सिर पर उठाने के मामले में सियासत तेज हो गयी है। विपक्ष जहां इसे सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन मान रहा है, वहीं सरकार के प्रवक्ता मंत्री नरोत्तम ने इसे निजी तौर पर अच्छा कदम बताया है।
इस मामले में जहां कांग्रेस ने बीजेपी द्वारा इसे प्रचारित करने पर सवाल उठाया है। तो नेता प्रतिपक्ष ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस की आपत्ति बहुत साफ है कि किसी कलेक्टर को अपनी धार्मिक आस्थाओं की अभिव्यक्ति की आजादी है, वो उसका काम करें। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक बात ये है कि कोई कलेक्टर जो उनका काम है, उन पर ध्यान न देकर यदि वो भाजपा के पक्ष में काम करें, ये ठीक नहीं, क्योंकि कलेक्टर की फोटो भाजपा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से जारी की गयी है। भाजपा के प्रवक्ता और मंत्री कलेक्टर का पक्ष ले रहे हैं।
वहीं सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने व्यक्तिगत तौर पर मंडला कलेक्टर की पहल को अच्छा बताया है। उन्होंने कहा कि मैं सझता हूं कि उन्होंने एक अच्छी नजीर पेश की है। अच्छा काम किया है, भले वो सामाजिक समरसता की दृष्टि से देखें। किसी भी आयोजन के लिए जिससे संदेश अच्छा जाता है और लोगों को प्रेरणा मिलती है, तो मैं व्यक्तिगत तौर पर उसे अच्छा मानता हूं।
ये हैं मंडला कलेक्टर सूफिया फारुखी जी।एकात्म यात्रा का अत्यंत आत्मीय स्वागत किया।श्रद्धा से सराबोर सूफिया जी ने आदि शंकराचार्य जी की पादुकाओं का पूजन कर अपने शीश पर धारण किया।
@CMMadhyaPradesh@ChouhanShivraj@narendramodi@ANI@[email protected]/11PI0sIDOA
— Lokendra Parashar (@LokendraParasar) January 2, 2018
वहीं नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंडला कलेक्टर द्वारा सत्ताधारी दल के प्रति नजदीकी दिखाने के लिए सिर पर चरण पादुका रखने को सिविल सेवा आचरण नियम का खुला उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में मुख्य सचिव को पत्र लिखेंगे कि क्या वे अपने तंत्र को इसकी छूट देते हैं। अजय ने कहा कि धर्म का राजनीति और तंत्र में इस्तेमाल गलत है। उन्होंने कहा कि परमपूज्य शंकराचार्य के नाम का इस्तेमाल कर सरकार जनता की गाढ़ी कमाई से एकत्रित धन को अपनी राजनीतिक यात्रा पर खर्च कर रही है।
उन्होंने कहा इस यात्रा में सरकारी अधिकारी वह भी कलेक्टर स्तर के अधिकारी ठकुर सुहाती के लिए इस तरह के कृत्य करेंगे तो इसका गलत प्रभाव तंत्र पर पड़ेगा। ऐसे में आचरण नियमों का पालन करते हुए जो अधिकारी काम कर रहे हैं, उनके लिए मुश्किलें खड़ी होंगी।
सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि राजनीतिक उद्देश्यों को लेकर तंत्र का इस्तेमाल नहीं किया जाए, इसके बावजूद भी भाजपा सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन कर रही है तथा राजनीतिक एवं धर्म के नाम पर अधिकारियों को भी शामिल कर रही है। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्य सचिव से कलेक्टर मंडला के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।b