Madhy Pradesh
नियमतिकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक हड़ताल पर
मध्यप्रदेश। कोई टिचर नहीं कहता अतिथि नाम है मेरा, मेरे घर में गरीबी है पढ़ाना काम है मेरा। गुरूवार को कलेक्ट्रेट के सामने अतिथि शिक्षकों ने बारिश में भीगते सर्दी में ठिठुरते हुए रिमेक गाना गाकर सरकार की बेरूखी के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। बताया जाता है कि अतिथि शिक्षक 11 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकारी स्कूलों में लम्बे समय से कार्यरत अतिथि शिक्षक सरकार से नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं। संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ की अंजना शर्मा ने बताया की विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में सरकार बनने पर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने और शासकीय शिक्षक का दर्जा देने का वचन घोषणा पत्र में शामिल किया था, लेकिन अब सरकार अपना वचन नहीं निभा रही है। अतिथि शिक्षक अमित कुमार सिंह ने कहा की 2 दिसंबर से प्रदेश व्यापी आहवान पर कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन शुरू किया गया। अनिश्चिकालीन हड़ताल कर रहे सीहेार,आष्टा, इछावर, बुधनी, नसरूल्लागंज, रेहटी, जावर, श्यामपुर, दोराहा, अहमदपुर, सहित ग्रामीण अंचलों में निवासरत अतिथि शिक्षक संगीता बामनिया, अनिता जयपुरिया, अनवर कुरैशी, गौरव राठौर, सुनील वर्मा, लखन राठौर, कमलेश राठौर, बलवीर सिंह सिसेादिया, मनोहर वर्मा, पर्वत सिंह, देवेंद्र व्यास, राहुल व्यास, कमोद सिंह, आशीष जलोदिया, हेम सिंह केशव सिंह, हेमंत दास, सुनिल परमार क्रमानुसार हिस्सा ले रहे है।