Madhy Pradesh

सरकार का नया प्रयोग: बताएगी ऐसे बनाएं खेती को लाभ का धंधा!

भोपाल. प्रदेश में खेती को लाभ का धंधा बनाने राज्य सरकार मॉडल फार्मिंग का नया प्रयोग करने जा रही है। इसमें किसानों को फसल बोने के पहले ही यह बता देगी कि किस खेत में कौन सी फसल बोनी चाहिए, ताकि उसे उपज की सही कीमत मिल सके।

इस फसल को बोने से लेकर रख-रखाव और बाजार में बेचने तक का फार्मूला सरकार किसान को सिखाएगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्रिका से कहा कि आम तौर पर जिस फसल की बाजार में कीमत अच्छी मिलने लगती है, ज्यादातर किसान उसी फसल को बोने लगते हैं, इससे फसल का उत्पादन बढ़ जाता है और आगे चलकर उसके दाम गिर जाते हैं।

नतीजा ये कि किसान को उपज का पूरा दाम नहीं मिल पाता। प्याज और टमाटर के मामले में भी प्रदेश में एेसा ही देखने में आया है। उन्होंने कहा कि सरकार अब किसानों को इस समस्या से बचाने मॉडल फार्मिंग का तरीका सुझाएगी।

इसमें संबंधित विभाग किसानों को बताएगा कि खेत में कितने हिस्से में कौन-कौन सी फसल बोई जाए, ताकि उन्हें बाजार में सही दाम मिल सके। विभाग इस फार्मूले को इलाके के आधार पर तैयार कर रहा है। मसलन, प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में एक ही समय पर अलग-अलग तरह का मौसम रहता है, उस पर अलग-अलग तरह की मिट्टी है। इसलिए विभाग बताएगा कि कहां कौन सी फसल के लिए कौन सा मौसम और मिट्टी अनुकूल रहेगी। मसलन, १० एकड़ का खेत है तो यह भी किसान को बताएंगे कि उसके कितने हिस्से में कौन-कौन सी फसल फायदा देगी।

गेहूं-धान छोड़ बाकी भावांतर में खरीदी
सीएम ने कहा, भावांतर योजना का यह पहला साल था। इसमें जो भी दिक्कतें सामने आई हैं, उनका अगले साल समाधान किया जाएगा। प्रदेश में गेहूं व धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर ही होगी, जबकि बाकी फसल भावांतर के तहत खरीदी जाएंगी।

Related Articles

Back to top button