सीएम के जिले में मनमर्जी पर उतारू भगवान
— इलाज के ऐवज में मांग रहे रिश्वत देश में गरीबों को इलाज के पड सकते है लाले
मध्यप्रदेश। इंसान ने डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया है, लेकिन यह भगवान सीएम के जिले में अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं। सरकार से अच्छी खासी मोटी थनका लेने के बाद भी इनका पेट नहीं भर रहा है और यह गरीब मरीजों से इलाज के एवज में पैसे मांग रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला सीहोर जिला मुख्यालय पर देखने को में आया। मरीज के परिजन ने इसकी शिकायत विधायक सुदेश राय से की। शिकायत के मौके बाद जिला अस्पताल पहुंचे विधायक राय ने डॉक्टरों को खूब खरी खोटी सुनाई। इतना नहीं उन्होंने यह तक कह दिया कि सीहोर की जनता को परेशानी आई तो मैं अब बदतमीजी पर उतर जाउंगा।
गौरतलब है कि करीब डेढ महीने में विधायक सुदेश राय जिला अस्पताल में दूसरी बार पहुंचे है और अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगाई है; अब इसका कितना असर होगा या फिर यूं ही गरीब मरीज सरकारी अस्पताल में भी पांच पांच हजार रूपए देकर इलाज खरीदते रहेंगे।
प्राइवेट अस्पतालों का हो निरीक्षण
जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालयों पर प्राईवेट अस्पताल खुलते जा रहे, उनमें कितनी सुविधाए है, विशेषज्ञ डाक्टर कितने है, गंभीर मरीजों का उपचार करने के लिए कितने संसाधन है, इसकी पडताल भी नहीं की जाती है। निजी अस्पतालों का निरीक्षण नहीं होने के कारण से उपचार पर हजारों लाखों रूपए खर्च करने के बाद भी मरीज और उनके परिजन लापरवाहियों के शिकार होते है। एक सप्ताह पहले ही सीहोर जिले के आष्टा तहसील मुख्यालय पर स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसूति के दौरान प्रसूता की मौत हो गई थी। इस पर प्रसूता के परिजनों ने निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए थे।