कुर्सी पर मेजबान और जमीन पर मेहमान, ऐसा है मंत्री का अतिथि सत्कार
भोपाल। चुनावी साल में वोटरों को लुभाने के लिए धार्मिक आयोजनों का सहारा लेना कोई नई बात नहीं है। कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने भी अपने चुनाव क्षेत्र में श्रीमद् भागवत कथा महापुराण का आयोजन कराया। जिसमें रोजाना महाप्रसाद के तौर पर भंडारा किया जाता है। जिसमें राजा-रंक का अंतर साफ दिखाई दे रहा है।
तारीफ की बात तो ये है कि ये फर्क किसी और की वजह से नहीं, बल्कि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की वजह से देखने को मिल रहा है, जोकि खुद इस आयोजन के मेजबान हैं। कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने बालाघाट के उत्कृष्ट विद्यालय के प्रांगण में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित विजय शंकर मेहता की संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा महापुराण का आयोजन कराया है।
पांच फरवरी से 11 फरवरी तक आयोजित इस कथा में आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया है। लेकिन इस भंडारे की एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कथा सुनने आए श्रृद्धालु जमीन पर बैठकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं और आयोजक कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन उनके साथ ही कुर्सी पर बैठकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।
वहीं तस्वीर सामने आने पर मंत्री की मेजबानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि मंत्री ने आतिथ्य परम्परा को भूलकर आमंत्रित श्रृद्धालुओं का एक तरह से अपमान किया है। उन्होंने आम और खास का अंतर अपने ही आयोजन में दिखाया है।