कोरोना वैश्विक महामारी से हर क्षेत्र में नयी चुनौतियां : प्रोफेसर संगीता जैन
— डाॅ. बीआर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय में वेबीनार
मध्यप्रदेश। डाॅ. बीआर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू द्वारा “COVID-19 : Emerging Challenges and Dimensions of Management” विषय पर 4 अगस्त को चार दिवसीय वर्चुअल राष्ट्रीय काॅन्फरेंस के उद्घाटन सत्र में, बीजवक्ता के रूप में अपने उद्बोधन में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर के प्रबंध अध्ययन संस्थान की निदेशक प्रो. संगीता जैन ने कहा कि ‘‘वर्तमान कोरोना वैश्विक महामारी ने सभी क्षेत्रों में नयी चुनौतियों के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के लिए नया अवसर प्रदान किया है। प्रबंधन के क्षेत्र में नयी चुनौतियां और अवसर हैं। अनुकूलन क्षमता, नवाचार, लचीलापन, वहनीय प्रबंधन व्यवस्था वर्तमान में आवश्यक है। साथ ही काॅरपोरेट सेक्टर अकादमिक क्षेत्रों एवं विद्यार्थियों के लिए नयी रणनीतियों को अपनाने की बात कहीं/व्यवहारिक निपुणताओं तकनीकी निपुणताओं एवं व्यवससायिक निपुणताओं को आत्मसात कर ही वर्तमान बदलती परिस्थितियों में प्रबंधन के नए प्रतिमान निर्धारित किए जा सकते है।
मुख्य अतिथि, डाॅ. अनुप स्वरूप, जागरण लेकसिटी विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। सत्त विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के साथ ही सतत् और उत्तरदायी संगठनों की मजबूती आवश्यक है। नवीन परिस्थितियों में रोजगार की कमी के साथ ही नयी संभावनाएं भी सामने आयी हैं। वर्चुअल मार्केटिंग का क्षेत्र व्यापक हुआ है। आज संगठनों को अपने मानव संसाधन के प्रति परानुभूति और संवेदनशीलता दिखलाने की जरूरत है। सामाजिक सुरक्षा, बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. आशा शुक्ला ने कहा कि ‘‘वैश्विक महामारी में उत्पन्न चुनौतियों को एक अवसर के रूप में लेते हुए विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न अकादमिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। कोविड 19 के प्रकोप से वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी, व्यापार सप्लाई चैन का व्यवधान, बंधुओं और लाॅजीस्टिक्स सहित संपूर्ण अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
वेबिनार के समन्वयक प्रो. आरके शुक्ला ने प्रस्तावना वक्तव्य देते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण विभिन्न क्षेत्रों सामाजिक, आर्थिक एवं विशेष रूप से अकादमिक क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन, सामने आए हैं। प्रबंधन के क्षेत्र में नयी संभावनाएं एवं आयाम दिखाई दे रहे हैं। सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसरों के साथ ही नए कौशलों की आवश्यकता भी है।
आभार व्यक्त करते हुए संकायाध्यक्ष प्रो. किशोर जाॅन ने कहा कि प्रबंधन के नए आयामों को विस्तार देना समय की मांग है। मानव संसाधन को सशक्त करने के लिए नयी रणनीतियां आत्मसात करनी होगी। समस्त आमंत्रित अतिथियों, वेबिनार की समस्त टीम एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डाॅ. भरत भाटी द्वारा किया गया।