Madhy Pradesh

कांग्रेस के मित्र गरीबों को भूखा नंगा कहते हैं

मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बीजेपी कार्यालय से
प्रदेश की 28 विधानसभाओं में चुनाव प्रचार के लिए वीडियो रथ को रवाना कर पत्रकार बंधुओं से विचार साझा किया। श्री चौहान ने कहा कि हम चुनाव को चुनाव की तरह लेते हैं, लेकिन पता नहीं कांग्रेस के मित्रों को क्या हो गया है। वे गरीबों को भूखा-नंगा कहते हैं।

‘जाकी रही भावना जैसी,
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’।

वे गरीबों को भूखा-नंगा समझते हैं, तो भूखा-नंगा कहते हैं। कमलनाथ जी, हम नंगे-भूखे हैं क्योंकि हमने किसानों को 0% ब्याज पर ऋण देना प्रारम्भ किया है, हमने किसान सम्मान निधि में प्रदेश की तरफ से रु. 4,000 का योगदान दिया है, विद्यार्थियों को लैपटॉप देना प्रारम्भ किया है, कन्यादान की राशि देना पुनः प्रारम्भ किया है। हम भूखे-नंगे ही अच्छे हैं, क्योंकि ये भूखे-नंगे गरीबों, किसानों के कल्याण के लिए काम करते हैं।
– गरीब की सेवा ही भगवान की पूजा
हमने किसान को 0% ब्याज पर ऋण देना, बच्चों की फीस भरवाना शुरू किया है। आप बड़े आदमी हैं, इसलिए आपने बच्चों की फीस और बहनों के लड्डू के पैसे छीन लिये थे। कमलनाथ जी, यह भारतीय जनता पार्टी है। हमारे प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि गरीब की सेवा ही भगवान की पूजा है। प्राकृतिक संसाधनों पर पहला हक़ गरीब का है।
– गरीबों का उत्थान करता रहूंगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आप मुझे भूखा-नंगा कहो लेकिन मैं गरीबों का उत्थान करता रहूंगा, उनको उनका हक़ दिलवा कर रहूंगा। ईश्वर समदर्शी है, उसने सबको बराबर बनाकर भेजा है। कमलनाथ जी आप जैसे लोगों ने गरीबों का हक छीना है। गरीबों का हक दिलवाकर रहूंगा। मध्यप्रदेश के खजाने पर पहला हक गरीबों, किसानों, महिलाओं का है और मैं उन्हें यह देकर रहूंगा। कमलनाथ जी, आप उद्योगपति हैं और बड़े आदमी हैं इसलिए सरकारी योजनाओं के लाभ से मध्यप्रदेश की गरीब जनता को वंचित कर दिया था।
– गरीबों को न्याय देना ही धर्म
हम भूखे-नंगे हैं, हमने 77 लाख से अधिक किसानों का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सूची में जोड़ा। गरीबों को अधिकार और न्याय देना हमारा धर्म है। इसलिए हम अमीरों से धन लेंगे और गरीबों के कल्याण के काम करेंगे। यही सामाजिक न्याय है।

Related Articles

Back to top button