गरीबों के रोके प्रकरण तो मुख्यमंत्री हुए नाराज
प्रकरण रोके तो हुए नाराज
मध्यप्रदेश; मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैंकों द्वारा सिबिल स्कोर के आधार पी.एम. स्वनिधि योजना में ऋण वितरण रोके जाना घोर आपत्तिजनक है। मैं इस पर बैंकों के प्रति अप्रसन्नता प्रकट करता हूँ। इस संबंध में प्रधानमंत्री जी एवं वित्त मंत्री को पत्र लिखकर निवेदन किया जाएगा। यह केन्द्र द्वारा गरीबों के लिए बनाई गई योजना है। इसमें बैंकों द्वारा ऋण नहीं दिए जाना गरीबों के साथ अन्याय है। मुख्य सचिव ने कहा कि पी.एम. स्वनिधि योजना के अंतर्गत बैंको द्वारा ऋण देने के लिए उनका सिबिल स्कोर देखने की जरूरत नहीं है। सिविल आधार पर प्रकरणों में ऋण वितरण न रोका जाए। साथ ही इस प्रकार की भी शिकायतें आ रही हैं कि परिवार में यदि कोई डिफाल्टर है तो भी आवेदनकर्ता का ऋण रोका जा रहा है। ऐसा भी नहीं होना चाहिए।
पथ विक्रेता उत्थान योजना में सीहोर अव्वल
मध्यप्रदेश; पथ विक्रेता उत्थान योजना (ग्रामीण) की समीक्षा में सीहोर जिला प्रदेश में अव्वल पाया गया, जहां कुल 2922 प्रकरणों में ऋण वितरण हुआ है। इसके बाद राजगढ़, डिंडौरी, शहडोल एवं रायसेन की प्रगति है। अंतिम पांच जिले श्योपुर, धार, झाबुआ, निवाड़ी एवं उमरिया हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन सभी को योजना में प्रगति लाने के निर्देश दिए।