पुलिस की गुण्डा लिस्ट में बर्खास्त प्रधान आरक्षक
मध्यप्रदेश। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो क्या कहने! जी हां प्रदेश के गुना में जनता की रक्षा करने वाले पुलिस के प्रधान आरक्षक की कुछ ऐसी ही कहानी है। महिलाओं से अभद्रता करने पर पहले तो प्रधान आरक्षक को निलंबित किया गया। वहीं मामले की जांच उपरांत प्रधान आरक्षक के अपराधिक प्रवत्ति की संलिप्ता के चलते नौकरी से बर्खास्त कर थाने की गुण्डा लिस्ट में शामिल किया गया है। जानकारी अनुसार गुना में पुलिस विभाग से हाल ही में बर्खास्त किए गए प्रधान आरक्षक हरीश राजपूत का नाम कैंट थाने की गुंडा लिस्ट में शामिल किया गया है। हरीश की गुंडा फाइल भी थाने में पुलिस ने खोली है। मालूम हो, कि महिलाओं से गाली-गलौज व धमकी देने के मामले में हरीश राजपूत के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने हरीश को सस्पेंड कर पुलिस लाइन अटैच कर दिया था और विभागीय जांच के आदेश दिए। जांच के बाद हाल ही में एसपी ने प्रधान आरक्षक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। एसपी श्री लोढ़ा ने बताया कि हरीश के खिलाफ पूर्व से अपराध दर्ज हैं। इसलिए उसका नाम गुंडा लिस्ट में शामिल किया गया है। अब इस पर पुलिस निगरानी रखेगी।
पिता की मृत्यु होने से अनुकंपा में मिली थी नौकरी—
अपने आचरण के चलते नौकरी गंवाने वाले हरीश राजपूत को पुलिस विभाग में नौकरी पिता सिद्धनाथ सिंह का सडक दुर्घटना में निधन हो जाने से अनुकंपा के तौर पर मिली थी।