चार हजार सवालों से विधानसभा के बजट सत्र में घिरेगी सरकार
भोपाल। मप्र विधानसभा के बजट सत्र में इस बार सरकार को चार हजार से ज्यादा सवालों से घेरा जाएगा। अभी सत्र में प्रश्न करने के लिए विधायकों को दो सप्ताह का समय और है। सत्र में इस बार लोकलेखा समिति के सभापति का चुनाव भी होना है।
चौदहवीं विधानसभा के 26 फरवरी से शुरू हो रहे अंतिम बजट सत्र के लिए अब तक विधायकों ने चार हजार 11 सवाल कर सरकार से जवाब मांगे हैं। इसमें से विधायकों ने ऑनलाइन प्रश्न एक हजार 593 किए हैं तो दो हजार 418 सवाल ऑफ लाइन किए गए हैं। अभी विधायकों को प्रश्न करने के लिए पांच मार्च तक का समय और है।
लोकलेखा समिति के चुनाव
विधानसभा की सबसे महत्वपूर्ण समिति होती है लोकलेखा। इस समिति के सभापति का चुनाव भी बजट सत्र में होना है। सभापति का पद महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद से रिक्त है। इस कारण समिति की बैठकें नहीं हो पा रही हैं। उल्लेखनीय है कि लोकलेखा समिति के सभापित का पद पारंपरिक रूप से विपक्ष के लिए आरक्षित रहता है। अभी कार्यवाहक सभापति के रूप में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता बाला बच्चन काम देख रहे हैं।
नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ त्योहार बाद
विधानसभा के बजट सत्र के शुरू होने के बाद 28 फरवरी को निर्वाचित होने वाले मुंगावली और कोलारस विधानसभा सीटों के विधायकों की शपथ होली और रंगपंचमी के बाद हो सकेगी। 26 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा और अगले दिन निधन उल्लेख, 28 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। इसके बाद एक मार्च से छह मार्च तक होली व रंगपंचमी त्योहार के अवकाश रहेंगे तो नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण सात मार्च को होने की संभावना है।
फैक्ट फाइल
– 26 फरवरी से शुरू होगा बजट सत्र
– 4011 सवाल लगाए गए अब तक
– 1593 सवाल ऑनलाइन हैं
– 2418 सवाल ऑफलाइन हैं