MP NEWS : मुख्यमंत्री के अभियान के बाद उनके ग्रह जिले में पनीर फैक्टी पर कार्रवाई
— शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत गायत्री फूड पनीर फैक्टी से लिए गए सेंपल, मिली कई अनियमित्ताएं
मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरु किया गया है। इस अभियान के चलते उनके ग्रह जिले सीहोर के बिलकिसगंज इलाके में स्थित गायत्री फूड कंपनी की पनीर फैक्ट्री पर प्रशासन के दर्जन भर से अधिक अधिकारियों के दल ने रविवार की सुबह सैंपलिंग की है। यहां पहुंचे अधिकारियों के दल ने पनीर, दूध, दही, बटर सहित अन्य उत्पाद के सैंपल जांच के लिए हैं। इसके अलावा अधिकारियों के दल ने पनीर फैक्ट्री से निकलने वाला केमीकल युक्त वेस्ट वॉटर को खेतों में छोडे जाने के मामले में भी फैक्टी प्रबंधन से पूछताछ की है। साथ ही फिल्टर प्लांट के बंद होने की जानकारी अधिकारियों को यहां मिली है। प्राथमिक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को पर्फक्टी में कई तरह की अनियमित्ताएं देखने में आई हैं। इसके अलावा फैक्ट्री के संचालक द्वारा प्रदूषण बोर्ड के नियमों सहित खाद्व प्रबंधन नियमों का भी उल्लंघन होता पाया गया है। ये ताबडतोड कार्रवाई सिर्फ मुख्यमंत्री के शुद्ध के लिए अभियान के बाद की गई है, जबकि यह फैक्ट्री पिछले कई वर्षों से ठीक वैसे ही संचालित हो रही है, जैसे की आज की स्थिति में संचालित की जा रही है। दल में एसडीएम आदित्य जैन, दीपक नायब सीएसपी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खाद्य अधिकारी शैलेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से फैक्ट्री के आसपास के अनेक गांव के किसानों ने फैक्ट्री द्वारा कैमिकल युक्त पानी उनके खेतों में छोडने की शिकायत करते रहे हैं। बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन द्वारा अब तक किसी भी प्रकार की कोई कारर्हवाई नहीं की इर्गग् है। इसके अलावा यहां प्रदूषण नियमों का उल्लंघन मिलावटी पनीर सहित अन्य उत्पादनों में कई तरह के मिलावट की शिकायत की जाती रही है। सैकडों शिकायतों के बावजूद भी जिला प्रशासन या खाद्य विभाग ने इससे पले कभी भी पफैक्टी प्रबंधन पर कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं दिखाई दी थी। फैक्ट्री और जिला प्रशासन के अंदर की सुत्रों की माने तो नेता, अधिकारियों और फैक्ट्री संचालक की सांठ गांठ के चलते इस फैक्ट्री में न केवल मिलावटी सामान बल्कि किसानों की जमीन को बंजर बनाने तक की हिमाकत की जा रही है, लेकिन अब तक फैक्ट्री पर किसी ने नजर उठाकर नहीं देखा है। अब अचानक हुई इस कार्रवाई से कई तरह के सवाल उठना लाजमी है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई सिर्फ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुश करने के लिए की गई है। फिलहाल सेंपलिंग की गई है सेंपल की जांच के बाद क्या रिपोर्ट आएगी और उस क्या कार्रवाई होगी इसके लिए अभी इंतजार करना होगा, तब तक स्थानीय स्तर का प्रशासन कार्रवाई करने की वाहवाही लूटता रहेगा और सीएम के सामने अपने नंबर बढाता रहेगा।