मंत्री माया सिंह पर भी मतदाताओं को लालच देने का आरोप
भोपाल। भाजपा की स्टार प्रचारक और शिवराज सरकार में मंत्री यशोधराराजे सिंधिया के बाद वरिष्ठ मंत्री माया सिंह भी आचार संहिता के उल्लंघन में फंस सकती हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने सिंह पर मुंगावली के ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार के दौरान मतदाताओं को लालच देने और अप्रत्यक्ष रूप से धमकाने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। इसके साथ वीडियो रिकार्डिंग भी लगाई है। शिकायत पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने शिवपुरी कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को शिकायत की है। इसमें आरोप लगाया है कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने मुंगावली में मतदाताओं को प्रलोभन और धमकी दी। महिला मतदाताओं से कहा गया कि कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह पंजे पर वोट देंगे तब कुछ नहीं होगा और कमल का फूल वाली पार्टी आपको घर बनाकर देगी। लड़कियों को शिक्षा के लिए राशि दी जाएगी। पक्के कुटीर बनाकर दिए जाएंगे। यदि आपने भाजपा प्रत्याशी को नहीं जिताया तो आपको न मकान दिए जाएंगे और न ही कन्यादान योजना के तहत विवाह कराए जाएंगे।
धनोपिया ने इसे आचार संहिता के उल्लंघन का मामला बताते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एसएस बंसल ने बताया कि शिकायत पर कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी गई है। प्रतिवेदन मिलने पर इसे मार्गदर्शन के लिए चुनाव आयोग भेजा जाएगा।
घर-घर जा रहे राजस्व अफसर, किसानों से ले रहे रिकार्ड
प्रदेश कांग्रेस ने एक अन्य शिकायत में कहा कि मुंगावली और कोलारस में राजस्व विभाग के अधिकारी मतदाताओं के घर-घर जाकर उन्हें प्रलोभन दे रहे हैं। किसानों से बैंक पासबुक और कृषि भूमि के दस्तावेज लेकर उन्हें प्रलोभन दिया जा रहा है कि आप भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करें। किसानों से कहा जा रहा है कि 24 फरवरी को मतदान के बाद आपके खाते में भावांतर भुगतान की राशि आ जाएगी। सरकार ने अशोकनगर जिले की मंडी के खाते में 28 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। इस मामले में भी संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी है।