लता मंगेशकर के जल्द ठीक होने के लिए अयोध्या में हुआ महामृत्युंजय जाप
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा की दिग्गज और मशहूर गायिका लता मंगेशकर काफी समय से अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद से डॉक्टर और परिवारवाले उनकी तबीयत के बारे में जानकारी दे रहे हैं। हाल ही में ऐसी भी खबरें आईं थीं कि लता मंगेशकर गंभीर है, लेकिन अब उनकी तबीयत में सुधार हुआ है।
वहीं लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए अयोध्या में महामृत्युंजय जाप और हवन हो रहा है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की खबर के अनुसार जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने अयोध्या में लता मंगेशकर के लिए महामृत्युंजय जाप रखा है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द लता मंगेशकर से अस्पताल में मिलने के लिए जाएं। लता मंगेशकर इस समय भी आईसीयू में भर्ती हैं।
जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा, ‘हमने गायिका लता मंगेशकर की अच्छी सेहत के लिए महामृत्युंजय जाप का आयोजन किया है। मैं पीएम मोदी से अनुरोध करूंगा कि वह अस्पताल में लता मंगेशकर से मिलने जाएं।’ इससे पहले लता मंगेशकर के जल्द ठीक होने के लिए उनके घर पर परिवार वालों ने भगवान शिव की पूजा रखी गई थी। आशा भोसले ने लता मंगेशकर की तबीयत का हाल दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी सलामती और जल्द ठीक होने के लिए घर पर भगवान शिव के रुद्र की स्थापना की गई है।
आपको बता दें कि लता मंगेशकर का 11 जनवरी को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका डॉक्टरों की देख-रेख में इलाज चल रहा है। 92 वर्षीय लता मंगेशकर की भतीजी रचना ने उनके कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी दी थी। उनकी भतीजी रचना ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया था कि वह माइल्ड कोविड पाजिटिव है। उनकी उम्र को देखते हुए, डाक्टरों ने आईसीयू में रखा हुआ है क्योंकि उन्हें निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है।
वहीं हाल ही में उनका इलाज कर रहे डॉ प्रतीत समदानी ने बताया कि लता मंगेशकर की तबीयत में सुधार है। हालांकि उन्हें आईसीयू में बेहतर स्वास्थ्य को लेकर निगरानी में रखा गया है। डॉ प्रतीत समदानी ने कहा उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए आप सब भी प्रार्थना करें। इससे पहले सितंबर 2019 में लता मंगेशकर चेस्ट में इंफेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उन्हें सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। कुछ दिन इलाज के बाद वह स्वस्थ हो घर लौट आयी थीं।