IFFI में चला शाहरुख खान की बातों का जादू
गोवा में सोमवार से शुरू हुए 48वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह का उद्घाटन शाहरुख़ खान ने किया। शाहरुख़ ने यहां स्पीच में कहा कि सिनेमा एक परिवार के बीच होने वाले प्यार की तरह है जिसमें सब मिलकर काम करते हैं। शाहरुख़ ने हमेशा की तरह अपनी बातों से सबका दिल जीत लिया।
शाहरुख़ ने इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अॉफ इंडिया (IFFI) में अपने स्पीच की शुरूआत इस बात से की, ”संस्कृत का शब्द वसुधैव कुटुम्बकम होता है। इसका मतलब होता है पूरी दुनिया एक परिवार की तरह रहे। मुझे लगता है कि आपकी क्या भाषा है, कौन-सा देश है, सोच क्या है, इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आप एक परिवार हैं। इससे रिश्ते मजबूत बनते हैं। मैं इस बात पर भरोसा करता हूं कि फिल्म सौ से ज्यादा लोगों के सहयोग से बनती है। एक आइडिया पर काम करते हुए वो एक-दूसरे से प्यार करते हुए अपने काम को दुनिया के सामने लाते हैं। यह आइडिया फिल्म का रूप लेता है, जिसे हम देखकर ख़ुश होते हैं। कभी हम फिल्म को देखते हुए डांस करते हैं, कभी गुस्सा हो जाते हैं तो कभी परेशान। यही स्टोरीटेलिंग का मैजिक है। एक एेसा मैजिक जिसके पास पॉवर है हमारे सभी सेंस को छूने का। इस प्रकार हम सबके बीच बॉन्ड बनता है। अगर स्टोरीटेलिंग अधूरी होगी तो कोई सुनने वाला ही नहीं होगा। मैं मानता हूं, स्टोरीटेलर्स और स्टोरी सुनने वालों को तो कम से कम एक परिवार की तरह रहना चाहिए ।”
गोवा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस बार बड़े सितारों का जमघट होगा। शाहरुख़ खान ने फेस्टिवल का उद्घाटन किया है तो सलमान खान समापन समारोह में जाएंगे। अमिताभ बच्चन को पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। 28 नवंबर तक चलने वाले इस फेस्टिवल में 82 देशों की 195 फिल्में दिखाई जाएंगी। इनमें 10 फिल्मों का वर्ल्ड प्रीमियर, 10 फिल्मों का एशियाई और इंटरनेशनल प्रीमियर और 64 से ज्यादा फिल्मों का भारतीय प्रीमियर शामिल हैं।