इस सर्दियों में महंगा हुआ अंडा, जानिए क्यों बढ़ी है इतनी कीमत
नई दिल्ली। सर्दी शुरू होते ही अंडे के दाम भी बढ़ जाते हैं। मगर, इस बार अंडे की कीमत करीब-करीब दोगुनी हो गई है। जबकि अंडा वस्तु एवं सेवाकर के दायरे में भी नहीं आता। इसे कच्चे माल के अंतर्गत माना जाता है। मुर्गी पालन केंद्रों पर 100 अंडों की क्रेट 585 रुपए में बेची जा रही है। ऐसे में रिटेल में एक अंडे की कीमत करीब सात रुपए के आस-पास पहुंच गई है।
एक अंडे का औसत वजन करीब 55 ग्राम होता है। इस लिहाज से देखें, तो एक किलो अंडे का मूल्य करीब 120 से 135 रुपए प्रति किलो के बीच पहुंच गया है। वहीं, बॉयलर का रेट करीब 62 रुपए किलो है यानी इस सर्दियों में अंडा चिकन से भी ज्यादा महंगा हो गया है।
छह महीने पहले तक 100 अंडों की क्रेट 375 रुपए में बिक रही थी, जो अब बढ़कर 585 रुपए तक पहुंच गई है। पूरे देश में ज्यादा अंडों की सप्लाई के लिए भारत के पॉल्ट्री बाजार को 25 जोन में बंटा गया है। नमककाल जोन से 3.5 करोड़ अंडे रोजाना आते हैं, जो उत्तर भारत में भेजे जाते हैं।
इस बार वहां से कम संख्या में अंडे आ रहे हैं और मांग बढ़ रही है। राष्ट्रीय अंडे समन्वय समिति (एनईसीसी) के कार्यकारी सदस्य राजू भोंसले ने बताया कि अंडे की मांग में 15 फीसद की तेजी आने का असर कीमतों पर पड़ा है।
राजू ने बताया कि जब सब्जियां महंगी होती हैं, तो लोग अंडे खरीदने लगते हैं, इसके चलते भी अंडों की मांग बढ़ जाती है। कर्नाटक और तमिलनाडू में सूखे के कारण मक्का की फसल कम हुई है।
इसलिए मक्का की कीमतें भी 1900 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं। पॉल्ट्री प्रोडक्शन के लिए मक्का सबसे जरूरी है। मक्के की कीमत बढ़ने का असर भी अंडों की कीमत पर पड़ा है