कम ग्राहकों वाले ATMs को बंद करने की तैयारी में बैंक
कानपुर। नोटबंदी के बाद बैंकिंग परिचालन के खर्च में कटौती करने में जुटे बैंक कम ग्राहक वाले एटीएम हटाएंगे। इसके लिए बैंकों ने अपने ऐसे एटीएम जो ऑफसाइट (बैंक शाखा से अलग स्थित) हैं और उनमें हर रोज 200 से कम हिट हो रहे हैं, सूचीबद्ध करने शुरू कर दिए हैं। इन एटीएम को हटाकर ऐसी बैंक शाखाओं में लगाया जाएगा, जहां एटीएम नहीं हैं या फिर नगद निकासी के लिए भीड़ अधिक होती है।
नोटबंदी के बाद जहां ऑनलाइन बैंकिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं एटीएम और कैश बैंकिंग को कम करने की कोशिश की जा रही है। कुछ दिनों पहले कानपुर आए बैंक आफ बड़ौदा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक पीएस जयकुमार ने यह कहा भी था ऑफसाइट एटीएम हटाए जाएंगे। उनके स्थान पर छोटे एटीएम लगाए जाएंगे। इस दिशा में बैंक ने काम करना शुरू कर दिया है।
भारतीय स्टेट बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक, सेंट्रल बैंक समेत विभिन्न बैंक अपने ऑफसाइट एटीएम पर आने वाले ग्राहकों की संख्या की समीक्षा कर रहे हैं। इसमें करीब दो सौ एटीएम ऐसे सूचीबद्ध हो चुके हैं, जिनका हिट 200 से कम है। कानपुर में अभी तक सात एटीएम बंद भी किए जा चुके हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जा सकते हैं ये एटीएम-
शहर से हटाए जाने वाले एटीएम ग्रामीण क्षेत्र में लगाए जा सकते हैं। भारतीय स्टेट बैंक के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि शहर से हटाए जा रहे एटीएम ग्रामीण क्षेत्र में लगाने का विचार हो रहा है ताकि वहां बैंकिंग का विस्तार किया जा सके। ग्रामीण क्षेत्र में एटीएम परिचालन का खर्च शहर के मुकाबले काफी कम है।