सरकार ने भंडार की कमी के कारण बंद किया सिक्कों का उत्पादन
चार सरकारी छापाखानों ने बाजार में सिक्के की अधिकता और भंडारण के लिए जगह की कमी का हवाला देते हुए सिक्कों का उत्पादन बंद कर दिया है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि कोलकाता, मुंबई, नोएडा और हैदराबाद स्थित छापाखानों ने यह बंद किया है.
छापाखानों का संचालन करने वाली सार्वजनिक कंपनी सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने एक निर्देश में कहा था कि प्रचलन वाले सिक्कों का उत्पादन तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. उसमें कहा गया था कि छापाखानों में बिना ‘ओवरटाइम’ के कार्य के सामान्य घंटों में काम होता रहेगा.
इससे पहले एसपीएमसीआईएल (रनिंग प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) ने निर्देश जारी किया था जो सिक्के प्रचलन में हैं उनकी छपाई को तत्काल प्रभाव से रोका जा रहा है.
सिक्के बंद होने की वजह-
सिक्का बंद करने के पीछे वजह बताई जा रही है कि नोटबंदी के बाद भारी मात्रा में सिक्के बनाए गए थे. ये सिक्के आरबीआई के स्टोर में काफी मात्रा में उपलब्ध हैं. सूत्रों की मानें तो 8 जनवरी तक 2500 एमपीसीएस सिक्कों का स्टोरेज है और यही कारण है कि आरबीआई के अगले आदेश तक सिक्कों का प्रोडक्शन रोक दिया गया है.
आप को बता दें कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद किया जा रहा है.