Cryptocurrency से जुड़े ये प्लेटफॉर्म लुटा देंगे आपकी गाढ़ी कमाई
नई दिल्ली। Decentralised finance (DeFi) निवेशकों के लिए नए जोखिम पैदा कर रहा है क्योंकि यह बैंकों और एक्सचेंजों जैसे नियामक को दरकिनार करते हुए यूजर को डिजिटल एसेट में उधार देने-लेने और सेव करने की इजाजत देता है। एक बड़े सिक्योरिटीज रेगुलेटर ने कहा कि ये उनको लोन आफर करते हैं जिन्हें आसानी से कर्ज नहीं मिल पा रहा हो। कोविड -19 महामारी के दौरान ये साइट लोकप्रिय हो गई थीं, क्योंकि ब्याज दरों नीचे जाने से निवेशकों को नए ऑप्शन की तलाश थी।
अधिकांश Defi कंपनियां अपनी वित्तीय सेवाओं और गतिविधियों को दोहराती हैं, लेकिन उसमें निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ जाता है। IOSCO ने DeFi के साथ निवेश के जोखिमों पर नजर डालने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें अमेरिका, यूरोप और एशिया के नियामकों की राय को शामिल किया गया है। IOSCO ने उत्पाद और सिस्टम में रिस्क का बढ़ना, DeFi साइटों की कमजोर विश्वसनीयता और बड़े पैमाने पर नियंत्रण में संभावित दिक्कतों को उजागर किया।
Defi साइटें डीसेंट्रैलाइज्ड होने का दावा करती हैं, जिसमें कोई एकल कंपनी या व्यक्ति नियंत्रण नहीं रखता है, लेकिन IOSCO ने कहा कि निवेशक या पूंजीपति अक्सर अंतिम नियंत्रण बनाए रखना चाहते हैं। IOSCO ने कहा कि सेंट्रैलाइज्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, जो ट्रेडिंग और उधार देने वाली जैसी डीएफआई सेवाओं की पेशकश करते हैं, में संभावित हितों का टकराव भी हो सकता है।
क्रिप्टो ने नवंबर में बनाया था नई कीमत का रिकॉर्ड
डेटा साइट Defi Pulse के मुताबिक Defi प्लेटफॉर्म पर नवंबर में क्रिप्टो की कीमत 111 बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड कीमत पर पहुंच गई थी, जो Bitcoin के लिए रिकॉर्ड उच्च स्तर को दर्शाती है और अब लगभग 80 बिलियन डॉलर है। यह क्षेत्र अधिक बडे़ निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि DeFi का उपयोग घोटालों और अन्य अपराधों के लिए भी किया गया है।