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दो हजार करोड़ के घोटाले के सिलसिले में भूषण स्टील का पूर्व एमडी गिरफ्तार

करीब 2000 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन ऑफिस (SFIO) ने भूषण स्टील के पूर्व प्रमोटर और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) नीरज सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने लोन देने वाले बैंकों को 2,000 करोड़ रुपये का चूना लगाया है.

भूषण स्टील लिमिटेड (BSL) ने अपनी 80 एसोसिएट कंपनियों के माध्यम से सार्वजनिक बैंकों से करीब 2,000 करोड़ रुपये का लोन लिया है और एमडी सिंघल ने इस रकम को कहीं और लगा दिया गया. नीरज सिंघल को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट के सामने पेश किया गया. कोर्ट ने उनको 14 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में रखने की इजाजत दे दी है. SFIO भूषण स्टील समूह की कई अन्य कंपनियों की भी जांच कर रही है.

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘फर्जीवाड़े की गतिविधियों की वजह से कंपनी दिवालिया होने की तरफ बढ़ी. भूषण स्टील का केस ऐसे 12 बड़े मामलों में शामिल है, जिनके लिए रिजर्व बैंक ने इन्सॉल्वेंसी रेजोल्युशन की सिफारिश की है.’

जांच के दौरान एसएफआईओ की टीम को पता चला कि बीएसएल का यह पूर्व प्रमोटर मैनेजमेंट द्वारा जुटाई गई रकम को कई जटिल और फर्जी तरीकों से कहीं और भेज देता था. सिंघल को कंपनी एक्ट, 2013 की धारा 212 (8) के तहत गिरफ्तार किया गया है. नीरज सिंघल के पास से जो सबूत मिले हैं, उससे गंभीर कॉरपोरेट जालसाजी के कई मामले भी बनते हैं और उसे इस एक्ट की धारा 447 के तहत भी सजा हो सकती है.

गौरतलब है कि भूषण स्टील ने करीब 50,000 करोड़ रुपये का लोन ले रखा था. साल 2017 में रिजर्व बैंक ने इसके दिवालिया प्रस्ताव को मंजूर कर लिया था, जिसके बाद इसका स्वामित्व और प्रबंधन टाटा समूह को सौंप दिया गया. सीसीआई ने इसी बुधवार को भूषण पावर ऐंड स्टील को भी टाटा द्वारा खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

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