एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ के लिए QIB कैटेगरी के निवेशकों ने कुल 3.32 गुना, NII कैटेगरी के निवेशकों ने कुल 0.81 गुना, रिटेल निवेशकों ने 3.44 गुना, कर्मचारियों मे 0.88 गुना सब्सक्राइब किया था।
सरकारी पावर कंपनी एनटीपीसी ग्रीन कल यानी बुधवार को शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। एनटीपीसी की इस सब्सिडरी कंपनी का आईपीओ 19 नवंबर को खुला था और 22 नवंबर को बंद हो गया था। एनटीपीसी ग्रीन ने इस आईपीओ के जरिए कुल 10,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का बहुत अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला था। एनएसई के डाटा के मुताबिक, एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ को कुल 2.42 गुना सब्सक्रिप्शन ही मिला था।
एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ को नहीं मिली खास प्रतिक्रिया
ये एक मेनबोर्ड आईपीओ है, जो भारतीय शेयर बाजार के दोनों प्रमुख एक्सचेंजों- बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा। एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ के लिए QIB कैटेगरी के निवेशकों ने कुल 3.32 गुना, NII कैटेगरी के निवेशकों ने कुल 0.81 गुना, रिटेल निवेशकों ने 3.44 गुना, कर्मचारियों मे 0.88 गुना सब्सक्राइब किया था। देखा जाए तो इस सरकारी कंपनी के लिए आईपीओ के लिए सिर्फ QIB और रिटेल निवेशकों ने ही थोड़ी बहुत दिलचस्पी दिखाई थी।
कंपनी ने शेयरों के लिए तय किया था 102-108 रुपये का प्राइस बैंड
एनटीपीसी ग्रीन ने अपने आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर के लिए 102 से 108 रुपये का प्राइस बैंड फिक्स किया था। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर 5 रुपये का डिस्काउंट दिया था। इस आईपीओ के तहत निवेशकों को सभी 92,59,25,926 फ्रेश शेयर जारी किए गए हैं। रिटेल निवेशकों को एक लॉट में 138 शेयर दिए गए हैं, जिनके लिए उन्होंने 14,904 रुपये का निवेश किया है। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट यानी 1794 शेयर के लिए बोली लगा सकते थे।
एनटीपीसी ग्रीन के शेयरों के लिए ग्रे मार्केट में कैसी है डिमांड
निवेशकों से मिले ठंडी प्रतिक्रिया की वजह से ही ग्रे मार्केट में भी एनटीपीसी ग्रीन के शेयरों को लेकर कोई खास हलचल नहीं है। शेयरों का जीएमपी ट्रैक करने वाली वेबसाइटों के मुताबिक, ग्रे मार्केट में मंगलवार, 26 नवंबर को एनटीपीसी ग्रीन के शेयर सिर्फ 1 रुपये के जीएमपी के साथ ट्रेड कर रहे हैं। इसका मतलब ये हुआ कि एनटीपीसी ग्रीन के शेयर बुधवार को शेयर बाजार में 109 रुपये के भाव पर लिस्ट हो सकते हैं। हालांकि, लिस्टिंग प्राइस में उतार-चढ़ाव पूरी तरह से संभव है।