ठंड ने दी दस्तक डेंगू ने फैलाये पैर । अस्पताल में डॉक्टर नहीं।
देवास पीपलरावा नगर सहित आसपास के गांव से सैकड़ो की तादाद प्रतिदिन मरीजों की संख्या नगर के प्राइवेट अस्पताल में बढ़ रही है दखने को तो नगर में शासन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोल रखा है किंतु वहां पर प्रथमो उपचार के लिए डॉक्टर नहीं होने से गरीब वर्ग के रोगी निजी हॉस्पिटल के महंगे दाम पर इलाज करवाने को मजबूर है वर्तमान में डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं जबकि यहां पर प्रतिदिन सैकड़ो की तादाद में मरिज बिमार होकर अस्पताल में आ जा रहे है गवर्नमेंट डॉक्टर नहीं होने के कारण लाखों करोड़ों रुपए का बनाया गया अस्पताल एक शून्य की माफिक लग रहा है शर्म आती है पीपलरावा के शासकीय अस्पताल को देखकर यहां की जितनी शिकायत की जावे उतनी ही कम लगती है क्या शासन प्रशासन ईस ओर उचित कदम उठाने की हिमाकत करेगी या यूं ही चलता रहेगा अभी कुछ समय पहले विधायक वह जिला पंचायत सदस्य ने भी यहां पर आगे निरीक्षण किया था इसका भी अस्पताल प्रबंधक को असर नहीं हुआ समस्या आज भी वही वही है इसका जीता जागता उदाहरण आज देखने को मिला सिर्फ एक कंप्यूटर ऑपरेटर के भरोसे आज गोली दवा दी गई वह भी वरिष्ठ डॉक्टर की परमिशन से दी गई पर इसमें मोबाइल के द्वारा डॉक्टर ने दवाई बताइए व वहां पर कंप्यूटर ऑपरेटर ने वह गोली निकाल कर मरीज को दी गई इसमें उन्होंने रसीद भर ना तो एंट्री की गई नहीं कौन सी दवाई दी गई है उसकी भी एंट्री नहीं की गई है इससे मरीज के ऊपर कुछ भी हो जाए उनको कुछ नहीं फर्क पड़ेगा इसी में हमारे संपादक ने वरिष्ठ अधिकारी से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने हमारे फोन का कोई उचित नहीं समझा इससे समझ जाना चाहिए की अस्पताल प्रबंधक किस राजनीति के कारण यहां के रखरखाव को ध्यान नहीं दे रहा है अभी भी वहां कुछ जगह ऐसी ही हुई है
डॉक्टर की खाली टेबल कमरे में तस्वीर दिखाई दे रही है
ई खबर मीडिया के लिए देवास से विष्णु शिंदे की रिपोर्ट