दुग्ध उत्पादन और सुअर व बकरी पालन हेतु राम साहब की आर्थिक मदद की गुहार!
राम साहब की संघर्ष गाथा: दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन और सूअर पालन के सपनों को पंख देने की अपील
भदोही। जनपद भदोही के ग्राम वोरीवोझ (चोर) के 30 वर्षीय राम साहब ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने 65 लाख से 2 करोड़ रुपये तक की सहायता राशि या लोन की मांग की है, ताकि वे दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन और सूअर पालन जैसे व्यवसायों को शुरू कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। उनकी कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को पूरा करने की उम्मीद रखता है।
संघर्ष से भरी कहानी
राम साहब ने बताया कि उनके गुरुजी कमला मिश्रा ने जमीन उपलब्ध कराई है और व्यवसाय शुरू करने की अनुमति भी दी है। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा, “दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन और सूअर पालन के जरिए हम अपना जीवन बदल सकते हैं। लेकिन इसके लिए पूंजी की जरूरत है, जो हमारे पास नहीं है।”
राम साहब ने यह भी कहा कि उनकी योजना केवल अपने परिवार तक सीमित नहीं है। वे अपने व्यवसाय से न केवल परिवार का भरण-पोषण करेंगे, बल्कि सरकार को लोन का भुगतान भी समय पर करेंगे। “हमारी कोशिश रहेगी कि सरकार का पैसा व्यर्थ न जाए,” उन्होंने कहा।
परिवार की दयनीय स्थिति
राम साहब के परिवार में पत्नी वंदना और तीन छोटे बच्चे – आयुष कुमार (5 वर्ष), पियूष (1 वर्ष 7 माह), और रुदकुमार (7 माह) शामिल हैं। कोरोना काल से ही उनका परिवार राशन के लिए तरस रहा है।
उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान अशोक कुमार विंद और कोटेदार से संपर्क किया, लेकिन अब तक राशन कार्ड नहीं बन पाया। “हमारे बच्चों को ठीक से भोजन तक नहीं मिल रहा। हमने बार-बार कोशिश की, पर हमें कोई मदद नहीं मिली,” उन्होंने बताया।
व्यवसाय की बड़ी योजना
राम साहब ने बताया कि वे वर्तमान में 8 बकरियों का पालन कर रहे हैं और इसे 200-250 बकरियों तक बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं। इसके साथ ही वे सूअर पालन में भी कदम रखना चाहते हैं। उनका मानना है कि यह व्यवसाय न केवल उनके परिवार को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, “अगर हमें 65 लाख से 2 करोड़ रुपये का लोन मिल जाए, तो हम अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। इससे न केवल हमारी गरीबी मिटेगी, बल्कि सरकार के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी पूरी होगी।”
सरकार से मदद की गुहार
राम साहब ने मीडिया के माध्यम से सरकार से अपील की है कि उनकी आर्थिक और पारिवारिक समस्याओं का समाधान किया जाए। “हम सरकार से हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं कि हमारी मदद करें। यह हमारे परिवार और समाज दोनों के लिए जरूरी है,” उन्होंने कहा।
आशा और प्रेरणा
राम साहब की कहानी एक आम आदमी के असाधारण सपनों की मिसाल है। यह दिखाती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी दृढ़ इच्छाशक्ति से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। अब देखना यह है कि क्या सरकार उनकी इस अपील पर ध्यान देती है और उन्हें मदद का सहारा देती है।
क्या राम साहब ने किसी अन्य सरकारी योजना में मदद के लिए आवेदन किया है, या उनका फोकस सिर्फ मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मदद की अपील पर है?
ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट