National

भूमि विवाद में धमकियों का सामना कर रहे विमलेश दास ने प्रशासन से की सुरक्षा की मांग

भूमि विवाद में धमकियों का शिकार विमलेश दास, अदालत के आदेश के बावजूद प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार!

पटना जिले के पचरुखिया थाना क्षेत्र के सोती चक परसा गांव निवासी विमलेश दास, पुत्र स्वर्गीय लाल दास, ने अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। विमलेश का कहना है कि उनके पास पंचनामा दस्तावेज समेत सभी कानूनी कागजात हैं, जो इस बात का प्रमाण देते हैं कि यह जमीन उनके परिवार की है। उन्होंने बताया कि 1969 में उनके पिताजी ने यह जमीन 1800 रुपये में खरीदी थी, और उनके दादाजी द्वारा यह संपत्ति उन्हें सौंपी गई थी।

विमलेश ने बताया कि उन्होंने इस जमीन पर मकान बना लिया है, और मकान के ऊपर और निर्माण की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, 17 सितंबर से मनोज राम नाम का व्यक्ति अपने बेटे आजाद राम के साथ आकर उन्हें धमकी दे रहा है और उनके मकान में तोड़फोड़ कर चुका है। आरोप है कि मनोज राम और आजाद राम ने मकान के गेट पर लगे बांस को तोड़ दिया, और दरवाजे को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। शोर मचाने पर दोनों आरोपी वहां से भाग खड़े हुए।

विमलेश दास ने इस घटना की लिखित शिकायत पचरुखिया थाना अध्यक्ष को दी है। उनका मामला वर्तमान में पटना कोर्ट में लंबित है, जिसमें पिछली सुनवाई 21 अक्टूबर को हुई थी, और अदालत ने अगली तारीख 11 नवंबर निर्धारित की है।

मीडिया से बात करते हुए विमलेश ने प्रशासन, सरकार और अदालत से अपील की है कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए और उनकी संपत्ति को अवैध कब्जे से बचाया जाए। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि अगर मनोज राम और आजाद राम उनके परिवार को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाते हैं, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। और विमलेश दास ने जानकारी देते हुए बताया कि अब हम इस जमीन पर अपने मकान भी बन चुके हैं जिसमें मकान के ऊपर भी मकान बनने की तैयारी चल रही थी. जब हम उसे मकान में जाकर रहने के लिए गेट पर बांस लगा हुआ था उसका मनोज राम और उसके बेटे आजाद राम ने ने सारा कुछ तोड़फोड़ कर दिया जब परिवार वालों ने शोर मचाया तब तोड़फोड़ करने वाले भाग गए तब जाकर विमलेश दास और उसके परिवार ने पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई अब देखना होगा कि उन्हें न्याय मिल पाएगा या नहीं विमलेश दास न्याय के इंतजार में न्याय के लिए डर-डर की ठोकर खा रहा परिवार।

ई खबर मीडिया के लिए  देव शर्मा की रिपोर्ट

Related Articles

Back to top button