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छत्तीसगढ़ में बिजली विभाग की धांधली उजागर, हेमेंद्र साहू ने ठेकेदारों के खिलाफ खोला मोर्चा

छत्तीसगढ़ में बिजली बिल घोटाला: हेमेंद्र साहू ने किया भ्रष्टाचार का पर्दाफाश, मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार

रापागुला (सारंगगढ़-बिलाईगढ़): बिजली विभाग की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का शिकार बन रहे छत्तीसगढ़ के हेमेंद्र साहू ने अपने साथ हो रही ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाई है। हेमेंद्र साहू, जिनके पिता का नाम हरिहर साहू है, रापागुला गांव, जिला सारंगगढ़-बिलाईगढ़ के निवासी हैं। पिछले कुछ महीनों से उन्हें बार-बार बढ़ते हुए बिजली बिलों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि उनकी बिजली की खपत सामान्य है।

हेमेंद्र ने बताया कि सातवें महीने में उन्हें मात्र 210 रुपये का बिल आया था, आठवें महीने में 110 रुपये, लेकिन जब नौवां बिल आया तो यह सीधे 9850 रुपये पर पहुंच गया। यह भारी-भरकम बिल देखकर वह हैरान रह गए और सारंगगढ़ स्थित बिजली विभाग के कार्यालय का कई बार चक्कर लगाया, लेकिन अधिकारियों ने उनकी कोई मदद नहीं की।

उन्होंने बताया कि यह पूरा मामला बिजली विभाग और ठेकेदारों की मिलीभगत का नतीजा है, जहां आम जनता को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। हेमेंद्र साहू के अनुसार, ठेकेदार और अधिकारी स्मार्ट मीटर के रिचार्ज सिस्टम लागू होने से पहले जनता से धोखाधड़ी कर मोटी रकम वसूलने में लगे हुए हैं।

हेमेंद्र ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने उन्हें जबरन एक फॉर्म भरवाया, जिसमें यह लिखवाया गया कि वह 9850 रुपये का बिल भरने में असमर्थ हैं और बिल में छूट की मांग कर रहे हैं। इस फॉर्म पर उनके हस्ताक्षर भी करवा लिए गए, लेकिन हेमेंद्र को जब इस फॉर्म पर शक हुआ, तो उन्होंने इसे जमा नहीं किया। उन्होंने बताया कि यह ठेकेदारों और अधिकारियों द्वारा जनता को लूटने की एक सोची-समझी साजिश है, क्योंकि ठेका प्रथा समाप्त होने वाली है और इसके पहले वे जनता से जितना हो सके उतना धन वसूलने की कोशिश कर रहे हैं।

मीडिया के माध्यम से न्याय की मांग:

हेमेंद्र साहू ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने से पहले मीडिया का दरवाजा खटखटाया, क्योंकि उन्हें संदेह है कि पुलिस इस मामले को दबा सकती है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से इस भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने अपने बिजली बिल को माफ करने की भी मांग की है।

हेमेंद्र साहू का कहना है कि राज्य में कई अन्य लोग भी इस तरह की ठगी का शिकार हो रहे होंगे, लेकिन शिक्षा और जानकारी के अभाव के कारण वे अपनी आवाज उठाने में असमर्थ हैं। उन्होंने उन सभी लोगों के लिए आवाज उठाने का संकल्प लिया है और ठेकेदारी प्रणाली में हो रही लूट के खिलाफ एक जन आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।

“जनता की आवाज बनूंगा”:

हेमेंद्र साहू ने कहा, “मैं जनता की आवाज बनकर इस भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई जारी रखूंगा।” उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं लेता है, तो वह बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।

इस मामले में राज्य के प्रशासन को तुरंत कदम उठाने चाहिए और बिजली विभाग की ठेकेदारी प्रणाली में हो रही धांधली को रोकना चाहिए। हेमेंद्र साहू जैसे जागरूक नागरिक की आवाज को दबाने के बजाय, उनकी मदद कर प्रशासन को न्याय दिलाना चाहिए।
याचिका कर्ता का पूरा पता:-
नाम: हेमेंद्र साहू
पिता का नाम: हरिहर साहू
गांव: रापागुला
जिला: सारंगगढ़-बिलाईगढ़
राज्य: छत्तीसगढ़

ई खबर मीडिया के लिए  देव शर्मा की रिपोर्ट

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