अंशकालिक महिला परिचारिका संघ का जेलभरो आंदोलन
(अंशकालिक महिला परिचारिकाओं ने काली साड़ी पहनकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया... हम सरकार की सौतेली बहनें हैं)
यवतमाल:- महाराष्ट्र राज्य अंशकालिक महिला परिचारिका एक्शन समिति के राज्य व्यापी आह्वान के अनुसार, एक जेल- स्वास्थ्य विभाग में अंशकालिक महिला परिचारिकाओं की मांगों को पूरा करने के लिए यवतमाल जिला परिषद में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया गया, उन्होंने अनदेखी के कारण सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ काली साड़ी पहनकर और जोरदार नारे लगाए।
माननीय संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं मुंबई ने सकारात्मक उद्देश्य वेतन वृद्धि की रिपोर्ट और प्रस्ताव माननीय स्वास्थ्य मंत्री और माननीय को 14-06-2024 को भेजा है। स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने उक्त प्रस्ताव वित्त विभाग और कैबिनेट को भेजा है, लेकिन सरकार का निर्णय अभी तक नहीं हुआ है, इसलिए यवतमाल जिला परिषद, एटक, महाराष्ट्र राज्य स्वास्थ्य विभाग के सामने अंशकालिक महिला परिचारिका संगठन का नेतृत्व किया गया जिला परिषद के गेट पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया.
उक्त आन्दोलन में अंशकालिक महिला परिचारिकाओं ने अपने परिवार सहित भाग लिया।
अंशकालिक महिला परिचारिकाओं के लिए न्यूनतम वेतन रु. 21000/- परिलब्धियों में पर्याप्त वृद्धि की जाए, अंशकालिक पदनाम में परिवर्तन किया जाए, मातृत्व अवकाश दिया जाए, वरिष्ठता के अनुसार परिचारक के पद पर पदोन्नति दी जाए, ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर अनुदान को अंशकालिक माना जाए। -समय कर्मचारी वास्तव में पूर्णकालिक कर्मचारी होते हैं। वे अंशकालिक काम करते हैं लेकिन वेतन बहुत कम होता है। स्वास्थ्य विभाग अंशकालिक महिला परिचारिकाओं को स्टाफ का दर्जा देकर उन्हें स्वास्थ्य विभाग में रखे, आचार संहिता से पहले सरकार सभी निर्णय ले, अन्यथा
भविष्य में जोरदार आंदोलन किया जाएगा। कॉमरेड म्हैसकर, रुखमीना सूर्यवंशी, सुलोचना अन्नछत्रे, रंजना तैवशांताबाई अलका काले, मुक्ता साबले, गोदावरी काकड़े, आशा कांबले, कांता रोकड़े, बेबीताई, गायकवाड, गोदावरी काकड़े, पंचाबाई असवले, उषाताई शेंबले, कमल वेले,
रेखा लेंगरे, आशा कांबले, उमा शीरनाथ, निर्मला कोल्हे, रमाबाई हंड्रेडकर, वर्षा पीसे, रंजना ढोक, सुमित्रा जामदादे, अनुसाया सोनकुसरे, कल्पना सवाईमुन, उषा धाबले, मंगला धावस्कर, अलका काले, मंदा कांबले, अंजना बोनानसुले कुसुम टेकाम, जनाबाई पलावेकर, पन्यार्था काश्ते, स्वारसाथी गोलाइत, शीला रोकाडे, वर्षा टोडसम, मंगला लोंग, वैशाली निबेरटे, लताबाई सांगले, उषा राठौड़, वंदना मागुलकर, मीरा वाघमारे, हंसमाला शेंडे, मीना राहिले, सुमित्रा व्यवहारे, दुर्गा कोटनाके, जीजा रेगने, कल्पना सवाईमुन, संगीता पिस्तुलकर, गीता कुलमेथे,
गंगू टोडसम, मंदा राऊत, यशोदा चव्हाण, अर्चना चिकटे, बेबी ठाकरे, शेवंता पवार, आशा बोबडे, सोनाली कडुकर, शेवंता पवार, रमा हंड्रेडकर, मीरा वाघमारे, उषा राठौड़, बेबी ठाकरे, वंदना मडगुलकर, अनुसया सोनकुसरे, संगीता वायदंडे, सुमित्रा जामदाले, शशिकला भगत ,, गंगू तोंगसम, सुनीता भस्मे। जयश्री मरापे, पर्वता दाते, वेणु कबाले, रंजना ढोके, ढोंगबाई अगोशे, सैराबी मूसा शेख,
कविता राठौड़, अंजना सरकुडे, मीना ठाकरे, जमुना गंगावने, विद्या गिरोलकर, संगीता राठौड़, कुसुम जोगदंडे, वंदना मागुलकर, छाया पडघन, नंदा कांबले, संगीता जाधव, वनिता मिराशे, कमल कांबले, आशा बोबडे, वनिता मिराशे सप्तप्रतिले कांबले, फूभा सुकबलकर , सोनाली कुर्दकर, लताबाई कांबले, वर्षा पीज़, वंजेमाला राठौड़, संगीता वैदांडे, सुभद्रा इंगले, सैकड़ों महिलाओं ने रखा,
ई खबर मीडिया के लिए ब्यूरो रमेश मनोहर बनसोडे की रिपोर्ट