गाँव में खुलेआम घूम रहे हत्यारोपित, पीड़ित परिवार पर खतरे के बादल
हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग: खुलेआम धमकियों से सहमा परिवार, पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल, रंजिश की साजिश में भाई की हत्या, मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार
फिरोजाबाद, 18 जनवरी 2024 – थाना सिरसागंज के अंतर्गत ग्राम दरिगापुर भारौल के अजय कुमार (मोबाइल नंबर: 6377231830) ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि उनके बड़े भाई विनय सिंह की हत्या कर दी गई है। अजय के मुताबिक, उनके भाई को दिन में करीब 12 बजे संजय पुत्र उदय सिंह, नरेंद्र सिंह पुत्र अनार सिंह, ओमप्रकाश पुत्र रामजीत सिंह, ऋषि पुत्र गिरीश, और सुरेश कुमार (प्रधान पति) पुत्र नाथूराम ने पार्टी के बहाने घर से बुलाकर ले गए थे। रात तक विनय की कोई खबर नहीं मिली, और अगले दिन ग्रामीणों ने सूचना दी कि उनका शव गाँव के पास बम्बा में पड़ा हुआ है।
मामले की सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन अजय का आरोप है कि घटना के बाद से आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। पीड़ित परिवार ने मीडिया के माध्यम से इंसाफ की गुहार लगाई है और पुलिस कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि सुरेश कुमार पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की है।
पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि यह हत्या ग्राम प्रधान सुरेश द्वारा पुरानी रंजिश और सरकारी आवास से नाम कटवाने को लेकर की गई साजिश का परिणाम है। अजय ने बताया कि उनकी माँ ने भी इस मामले में पुलिस से शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला?
प्रधान और सहयोगियों पर हत्या का आरोप, पीड़ित परिवार को मिल रही धमकियाँ
थाना सिरसागंज के अंतर्गत ग्राम दरिगापुर भारौल की रहने वाली एक गरीब विधवा महिला ने प्रधान सुरेश कुमार और उसके सहयोगियों पर अपने बेटे विनय की हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता के अनुसार, 18 जनवरी 2024 को प्रधान सुरेश, संजय पुत्र उदय सिंह, ओमप्रकाश पुत्र रामजीत, ऋषि कुमार पुत्र गिरीश, और नरेंद्र कुमार पुत्र अनार सिंह ने मिलकर विनय को घर से बाहर बुलाया और शराब के नशे में उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने विनय का शव गाँव के बम्बा में फेंक दिया, जहां केवल डेढ़ फुट पानी था, और इसे डूबने की घटना के रूप में दर्शाया गया।
पीड़िता का दावा है कि हत्या के बाद से आरोपी लगातार उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियाँ दे रहे हैं। हाल ही में, 6 अगस्त 2024 को, जब पीड़िता और उनके बेटे विनय की विधवा पत्नी राधा देवी कोर्ट में तारीख पर गई थीं, तब आरोपियों ने उन्हें मुकदमे में पैरवी ना करने और मामला वापस लेने की धमकी दी। वहां मौजूद वकीलों और अन्य लोगों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी भाग निकले।
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान सुरेश, जो खुद इस हत्या के आरोप में शामिल है, विनय का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं होने दे रहा है। यह न केवल पद का दुरुपयोग है, बल्कि मानवाधिकारों का भी हनन है।
पीड़ित परिवार की प्रमुख मांगें:
1. दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
2. पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
3. मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पीड़ित परिवार की मांग है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे उच्च अधिकारियों से भी संपर्क करेंगे और आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
ई खबर मीडिया के लिए ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट