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फिर दहेज की बलि चढ़ी एक युवती , जानें कैसे खौफनाक तरीके से ससुरालवालों ने रचि हत्या की साजिश!

राजस्थान: आरोपियों पर 302 का मुकदमा होने के बावजूद डेढ़ महीने तक नहीं आई कोई पुलिस ना हुई कोई कार्यवाही!

राजस्थान : जिला सिरोही पिण्डवाड़ा के पीड़ित भाई प्रेम सिंह ने बहन मृतका संतोष कंवर 35 वर्ष को ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित किया संतोष का विवाह 2010 में हुआ था तभी से ही ससुराल वाले उसे परेशान करते थे पीड़िता के भाई प्रेम सिंह ने बताया कि मेरी बहन का मर्डर किया गया है और से फांसी के फंदे पर लटका दिया गया आरोपियों के नाम फिर में दर्ज हैं पीड़ित भाई प्रेम सिंह ने बताया कि 302 का मुकदमा दर्ज होने के बावजूद कोई

पुलिस नहीं आई है पिंडवाड़ा SHO की मिली भगत से कार्रवाई में हो रही देरी।
पीड़ित भाई ने के लिए दर-दर भटक रहा भाई ने लगाई सरकार से मदद की गुहार आरोपियों को जल्दी से जल्दी जेल में भेजा जाए तभी मेरी बहन की आत्मा को शांति मिलेगी अन्यथा उसकी आत्मा भटकती रहेगी। भाई प्रेम सिंह ने बताया कि मेरी बहन की मेडिकल रिपोर्ट में भी छोटे आई हुई है और गहरे निशान हैं परंतु पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हो रही पुलिस के आल्हा अधिकारियों तक लिखित में शिकायत दी जा चुकी है परंतु ससुराल पक्ष रसूखदार होने की वजह से न्याय में हो रही देरी।

पुलिस महानिरीक्षक महोदय, जिला पाली को दिया शिकायत पत्र

एस.बी. क्रिमिनल मिशलेनियश पिटिशन संख्या 3514/2024, दिनांक 28.05.2024 को पारित आदेश की पालना बाबत।

प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या: 198/2024, पुलिस थाना पिण्डवाड़ा, जिला सिरोही, अपराध अन्तर्गत धारा 143, 201, 302, 406 भारतीय दण्ड संहिता

उपरोक्त विषयान्तर्गत प्रार्थी की ओर से निम्न निवेदन है:

1.  मृत्यु का प्रकार: प्रार्थी के विवाद के अनुसार, उनकी बहन संतोष कंवर की हत्या दिनांक 03.05.2024 को हो गई थी। प्रार्थी ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी, और पुलिस द्वारा उस दिन शाम 5:50 पर मर्ग रिपोर्ट दर्ज की गई।

2.  पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति: प्रार्थी का आरोप है कि पुलिस ने पहले रिपोर्ट दर्ज नहीं की, जिसके बाद उन्होंने न्यायालय में याचिका दायर की। न्यायालय ने उनकी याचिका को 28.05.2024 को पारित किया और जांच के बिंदुओं को पुलिस अधीक्षक और अनुसंधान अधिकारी को प्रेषित करने का आदेश दिया।

3.  जांच के आधार: जांच के दौरान कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों की जांच की जानी चाहिए, जैसे कि मृत्यु के वास्तविक कारण, परिवार के अनुपस्थिति का कारण, और विवादित पुलिस रिपोर्ट के दर्ज न करने का विवादित असर।

4. आदेश का पालन: प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत बिंदुओं की जांच के लिए निष्पक्ष और संपूर्ण जांच की आवश्यकता है, और जांच रिपोर्ट में उक्त बिंदुओं को शामिल किया जाना चाहिए।
भाई प्रेम सिंह ने लगाई मदद की गुहार और मीडिया के माध्यम से कहां कि मुझे इंसाफ दिलाओ प्रेम सिंह ने कहा कि SHO हमीर सिंह भी आरोपियों के साथ मिला हुआ है तथा कार्यवाही होने में देरी लग रहा है। तथा उक्त सभी आरोपियों को जेल में डाला जाए और मेरी बहन को इंसाफ दिलाया जाए।

यह घटना दर्शाती है कि भाई प्रेम सिंह ने अपनी बहन संतोष कंवर की हत्या के मामले में न्याय प्राप्त करने के लिए अपनी याचिका को न्यायालय में दायर किया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने पहले रिपोर्ट दर्ज की और फिर भी कार्रवाई में देरी हो रही है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से और न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से इंसाफ दिलाने की मांग की है। वे चाहते हैं कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनकी बहन को न्याय मिले।

ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट

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