बैतूल में पटवारी के साथ दबंगों ने मिलकर महादेव से धोखाधड़ी कर हड़प ली जमीन, पीड़ित ने न्याय के लिए मीडिया से लगाई गुहार!
मक्की की फसल में भैंसों के खुरों निशान वह आरोपियों द्वारा फसल को नष्ट किया हुआ
मध्यप्रदेश : बैतूल जिले की मैसदेही तहसील गाँव ठेम में एक ग्रामीण की ज़मीन पर दबंग (रति राम, रामू, बबलू ) ने अवैध कब्जा करने का मामला सामने आ रहा है जिसकी शिकायत किसान ने उच्च अधिकारियों से करने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई फिर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की है। मगर आज तक उस मामले में कोई वैध कार्यवाही नहीं की गई है। यह है पूरा मामलाआपको बता दें कि ठेम ग्राम निवासी महादेव लोहखंडे के बेटे ने जानकारी बताया कि उसके खेत में खड़ी हुई है जो कि अभी कटने की कगार पर थी लेकिन कुछ दबंगों द्वारा उसकी ज़मीन पर कब्जा किया गया है जिसकी शिकायत किसान ने पुलिस अधिकारियों थाना मजदेही पर भी की लेकिन अभी तक किसान की समस्याओं का कोई निराकरण नहीं हुआ है।क्या लिखा है शिकायत पत्र में थाना महोदय,
क्या है पूरा मामला
पुश्तैनी जमीन पर दबंगों ने ठोका कब्जा
थाना प्रभारी आवेदक : महादेव पिता तुंगा जाति कोरकू उम्र-55 साल निवश्वती ठेमगांव तह. मैसदेही जि. बैतूल 4. बनाम आरोपी गणः । रतिराम पिता सोनाजी जाति कोरकू नि. ठेमगांव
2. रामू पिता रतिराम जाति कोरकू निवासी ठेमगांव
3. रमेशे पिता रतिराम जाति कोरकू निवासी ठेममाव ५. कैलाश पिता रतिराम जाति को निवासी ठेमर्गाव
5. बबलू पिता रतिराम जाति कोरकू निवासी ठेमांव तमी निवासी ठेमगांव तह. मैसदेही थाना मैसदेही जि. वैतूल म.प्र.
विषय :- आवेदन बाबत अनवेदक गणो द्वार खेत उगाई फसल नष्ट व को रौंद देने बारे कार्यवाही किये जाने बाबत
निवेदन है कि आवेदक उपरोक्त पते का निवासी है। तथा अनावे गण पडोसी कृष्क है। तथा आवेदक के नाम से मौजा ठेमगांव में सन246/1 रकबा 3702 है. भूमि सहखातेदार के रूप में राजस्व रिकार्ड मैदर्ज है। मेरे द्वारा उक्त भूमि में सोयाबीन, उड़द, बरबटी, मक्का की फसल बीजा था जो अनवेिकगणो ने उनकी भैसों को खिला दिया एवं फसल में घुमने से फसल बर्बाद हो गई है तथा मेरे खेत ते आने बेहई जाने का कोई रास्ता नही फिर भी अनावेदकगण मेरी बरसाती फसल में तो को मेरी खड़ी फसल में से भैसों का आना जाना करते है। जिसके कारण आवेदक की फ़सल को नष्ट व बर्बाद कर दिया है।
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि अनवोदगणी के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने की कृपा हो ।
समक्ष मा० न्यायालय तहसीलदार महोदय झल्लार बैतूल रा.प्र.क.
थाना प्रभारी मैसदेही में दिया शिकायत पत्र
1- रीमू लोखण्डे पति लुंगा लोखण्डे उम्र करीब 70 वर्ष जाति कोरकू निवासी- ठेमगांव पो० धामनगांव तहसील झल्लार (मैसदेही) जिला बैतूल
2- महादेव पिता लुंगा लोखण्डे उम्र 53 वर्ष, निवासी उपरोक्त मो० 7879058294
3- सहादेव पिता लुंगा उम्र करीब 47 वर्ष कोयलारी पो० झल्लार तहसील मैसदेही जिला बैतूल म.प्र. निम्न कथन ‘शपथपूर्वक करते हैं :-
1- यह कि आवेदक गण एवं अनावेदक गण उपरोक्त दुर्शित पते के मूल निवासी है ।
यह कि ‘शपयकर्ता गण की सामिल शरीकत की कृषि औजा- 246/1 रकबा 3. 702 हे० है ।
3- यह कि शपथकर्ता गण की उक्त जमीन को अनावेदक ने चाकू तलवार, एवं लटठ के दम पर कब्जे में कर लिये है एवं आवेदक गण थाना, एवं अन्य जगह रिपोर्ट किया तो अनावेदक गण के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जाती है वे अनावेदक राजनीतिक दल का प्रभाव बताते है एवं कार्यवाही करने पर प्रशासन अनदेखी करती है।
4- यह कि शपथकर्ता गण की उक्त जमीन को अपने कब्जे मे लेकर अपनी संपूर्ण जमीन वापस लेना चाहते है ।
5- यह कि शपथकर्ता गण अनावेदक गणों से वापसी जमीन प्राप्त करना चाहते है एवं अनावेदक गणों के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही चाही गई है। जो कि अनावेदक के द्वारा पटवारी हल्का को लाकर आवेदक गणों के जमीन की मेड से रास्ता बनाया गया है जिससे कई प्रकार से फसलों का नुकसान हो रहा है राता
6- यह कि शपथकर्ता गण के भारा आवेदन के साथ 100/- का चालान एवं नकल, खसरा, किश्तबंदी, नक्सा आदि सलग्न कर आवेदन प्रस्तुत किया है ।
थाना मजदेही ज़िला बैतूल : जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने एवं लीज राशि नहीं दिने जाने बाबत्।
दबंग देते है जान से मारने की धमकिया
न्याय के लिए दर-दर भटक रहा वीरेंद्र का परिवार वह बुजुर्ग पिता। उसका कहना है कि गाँव की आबादी में उसकी ज़मीन है जिस पर गाँव के ही कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है जबकि वह ज़मीन हमारे पूर्वजों की है। हम उस पर कई वर्षों से खेती कर रहे है अपना जीवपन यापन कर रहे है। साथ ही पीड़ित किसान का कहना है कि कई बार पुलिस अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद उस ज़मीन से अवैध कब्जा नहीं हटाया गया। दबंग किशम के लोगों ने तहसीलदार के साथ मिलकर हमारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया। और थाना अधिकारियों द्वारा सिर्फ़ निराकरण का आश्वासन देकर वापस घर भेज दिया जाता है।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट