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दहेज उत्पीड़न का मामला:दहेज के लिए मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने ससुराल पक्ष पर किया केस

दहेज में कार नहीं मिली तो घर से निकाला, न्याय लिए दर-दर भटक रही तैयबा!

उत्तरप्रदेश: जिला कौशांबी तैयबा पति अवलेश अली दहेज में कार नहीं लाने वाली बहू को 1 / 2 साल बाद पति व ससुराल वालों ने प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया। पुलिस की जांच में शिकायत सही मिलने पर पति अवलेश अली चाचा ससुर, देवर समेत आरोप हैं घटना नया नगर के मंझनपुर थाना की है। जानकारी के मुताबिक थाना चरवा जनपद में रहने वाली 25 वर्षीय युवती तैयबा का विवाह 1 / 2 वर्ष पूर्व नया नगर के अवलेश अली पिता शेर अली के साथ हुई थी। सोने चांदी के जेवरात के साथ ही युवती को मायके से गृहस्थी के दूसरे जरूरी सामान दिए गए थे।

आरोपी आरोपी देवर                             आरोपी चाचा ससुर                        

शादी के तीन माह तक ठीक रहने के बाद तैयबा को उसके पति व चाचा ससुर भी बहुत परेशान करता हैं, देवर मोनू कई बार मारपीट करता हैं और अश्लील हरकतें भी करता हैं और उस मास खिलाता हैं , डेढ़ सास आदि ने सामान और रुपए के लिए प्रताड़ित करना शुरू किया। अपने मायके से अपने साथ चार पहिया गाड़ी, 80 हजार रुपए सबके लिए मंहगे कपड़े, साड़ियाँ (रिश्तेदारों को बांटने के लिए) लाना होगा यह कहकर ताने देने लगे। प्रताड़ना की बात युवती ने अपने पिता को बताई तो उन्होंने लड़की के ससुराल बर्तन व 80 हजार रुपए और नवम्बर में 120000 ससुराल पक्ष को भिजवाए थे। इसके बाद पति, सास-ससुर व अन्य लोगों ने चार पहिया वाहन अब तक नहीं दिए जाने की बात सुनाते हुए परेशान करना शुरू किया। इसके बाद युवती के सम्बंध पति समेत ससुराल के अन्य सदस्यों से बिगड़ने लगे। अपने मां-पिता, भाई व अन्य लोगों के दबाव में दहेज के लिए अवलेश अली अक्सर अपनी पत्नी को परेशान करने लगा और फिर घर से निकाल दिया। समाज के लोगों ने सुलह की कोशिश की लेकिन किसी की बात का युवती के ससुराल वालों पर कोई असर नहीं हुआ। पंचायत बुलाई गई लेकिन पति व अन्य लोग बीच में ही उठकर चले गए। आखिरकार युवती के परिजन ने थाने का सहारा लिया। पीडि़ता द्वारा थाना में दिए गए आवेदन पत्र की पश्चात भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। तैयबा के एक साल का बेटा भी हैं अब उसके भविष्य का क्या।

महिला पुलिस थाना को दी गई शिकायत पत्र:

निवेदन है कि प्रार्थिनी तैयबा, पत्नी अलवैश अली, पुत्री फरमूद अहमद निवासिनी ग्राम सिरियावां कला, थाना चरवा, जनपद कौशाम्बी की निवासिनी है। प्रार्थिनी की शादी आज से लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व अलवैश अली पुत्र शेर अली निवासिनी ग्राम फैजीपुर, थाना मंझनपुर, जनपद कौशाम्बी के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी। प्रार्थिनी बिदा होकर अपनी ससुराल गयी और एक नेक पत्नी की भाँति रहकर हक जौजियत अदा करने लगी। उक्त शादी में प्रार्थिनी के मायके वालों ने अपनी हैसियत से अधिक दान-दहेज दिया था किन्तु उक्त शादी में दिये गये दान दहेज से प्रार्थिनी के पति अलवैश अली व सास अहमदुननिशा व ससुर शेरअली व देवर मोनू व चचिया ससुर दिलशाद अली आदि खुश नहीं थे और शादी के लगभग 6 महीने बाद से ही सभी लोग प्रार्थिनी से एक लाख रू0 व एक अपाची गाड़ी की मांग करते थे और आये दिन बात-बात पर मारपीट व गाली-गलौज करने लगे। प्रार्थिनी जब अपने मायके में उपर्युक्त ससुरालीजनों द्वारा मारपीट व दहेज प्रताड़ना के सम्बन्ध में बताया तो प्रार्थिनी के मायके वाले समझा-बुझाकर पुनः ससुराल भेज दिया करते थे और यह कहते थे कि अब हमारी हैसियत इस लायक नहीं है हम तुम्हें अतिरिक्त दहेज दे सके। आज से लगभग 6 महीने पूर्व प्रार्थिनी के सभी ससुरालीजन पुनः मारपीट कर समस्त स्त्रीधन व कपड़े छीनकर भगा दिये और कहे कि यहाँ से भाग जाओ, तुम्हारा यहाँ पर कुछ नहीं है जब तक तुम्हारे मायके वाले अतिरिक्त दहेज नहीं देगें तब तक तुम्हें यहाँ नहीं रहने देगें, प्रार्थिनी किसी तरह रोते-बिलखते हुए अपने मायके आयी और अपने मायके वालों से बताया तो उन्होनें कहा कि हम चलकर किसी दिन तुम्हारे घर वालों को समझा-बुझा देगें? किन्तु दिनांक-15.11. 2023 को प्रार्थिनी के पति प्रार्थिनी के ससुराल आये और पुनः प्रार्थिनी के साथ मारपीट किये और चले गये। पीड़िता को दे रहे जान से मारने की धमकी। नेहा के लिए दर-दर भटक रही युवती।

ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट

 

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