जेपी नड्डा भोपाल पहुंचे:थोड़ी देर में MP चुनाव के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी करेंगे
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी आज अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बीजेपी की घोषणा पत्र में कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं। सत्ता में
भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। इससे 06 दिन पहले शनिवार को यानी आज भारतीय जनता पार्टी अपना संकल्प पत्र जारी करने जा रही है। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यह संकल्प पत्र कुछ देर में जारी करेंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस के वचन पत्र के जवाब में भाजपा अपने इस संकल्प पत्र में किसानों, युवाओं और महिलाओं के साथ-साथ विभिन्न वर्गों के लिए कई लुभावनी घोषणाएं कर सकती है।जेपी नड्डा दोपहर करीब 12 बजे भोपाल पहुंचे। संकल्प पत्र जारी करने से पहले वह पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।
शनिवार को पार्टी का संकल्प पत्र जारी होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने जो कहा, सो किया। समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में शिवराज बोले कि आज भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र जारी हो रहा है। एक समृद्ध, विकसित और जनता के कल्याण का रोड मैप होता है संकल्प पत्र। अभी इस कार्यकाल में हमने संकल्प पत्र के अतिरिक्त ‘लाड़ली बहना’ और ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ जैसी योजनाएं बनाई हैं। आज जो संकल्प पत्र आएगा, वह मध्यप्रदेश को प्रगति और विकास के पथ पर बहुत आगे ले जाने वाला है। हम ‘जो कहते हैं, वो करते हैं।’
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी थोड़ी देर में अपना घोषणापत्र जारी करेगी। घोषणापत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जारी करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई नेता मौजूद रहेंगे। विपक्षी दल कांग्रेस ने 17 अक्टूबर को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई वादे किए थे।
मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। बीजेपी चुनाव के 6 दिन पहले अपने घोषणा पत्र जारी कर रही है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी कई बड़ी घोषणाएं करेगी। बता दें कि 2018 में बीजेपी को एमपी में हार का सामना करना पड़ा था हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के कारण राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बन गई थी।