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भारत-रूस बैठक पर यूक्रेन जंग का असर:रूस की यात्रा नहीं करेंगे PM मोदी, पुतिन से बनाएंगे दूरी

यूक्रेन जंग का असर भारत-रूस के सालाना शिखर सम्मेलन पर पड़ता सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल रूस नहीं जाएंगे। मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेन में युद्ध में परमाणु हथियारों का उपयोग करने की धमकी के बाद PM मोदी व्लादिमिर पुतिन के साथ वार्षिक व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन आयोजित नहीं करेंगे।

अधिकारी ने कहा कि भारत-रूस के बीच संबंध मजबूत हैं, लेकिन अभी दोस्ती का ढोंग करना मोदी के लिए फायदेमंद नहीं हो सकता है। रूसी सरकार के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने पुतिन-मोदी शिखर सम्मेलन की संभावनाओं के बारे में कहा- यह इस साल नहीं होगा।

16 सितंबर को उज्बेकिस्तान में हुई SCO मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिले थे।
दूसरी बार नहीं मिलेंगे दोनों देशों के नेता
भारत-रूस सालाना शिखर सम्मेलन एक रणनीतिक साझेदारी के लिए सर्वोच्च मंच है। अब तक इस मंच की 21 बैठकें हो चुकी हैं। 2000 के बाद यह केवल दूसरी बार होगा, जब भारत और रूस के नेता आमने-सामने नहीं मिलेंगे। आमतौर पर दिसंबर में आयोजित शिखर सम्मेलन को सिर्फ एक बार 2020 में कोरोना महामारी की वजह से रद्द कर दिया गया था।

G20 में हिस्सा लेने आएंगे राष्ट्रपति पुतिन
9 और 10 सितंबर 2023 में दिल्ली में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन हिस्सा लेंगे। G20 की रूसी शेरपा स्वेतलाना लुकाश ने यह जानकारी दी है। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने लगातार दोनों देशों के बीच एक राजनायिक संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया है। भारत इस मुद्दे का बातचीत से समाधान निकालने की दावा करता है।

रूस को अलग-थलग करना चाहता है अमेरिका

अमेरिका के मुताबिक, भारत अब हथियार और तेल को लेकर रूस के भरोसे नहीं चाहता, वो दूसरे विकल्प खोज रहा है और US इसमें मदद कर रहा है। CNN की एक स्पेशल रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अफसर के हवाले से यह दावा किया गया है।

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