‘अनुपमा’ में पाखी-अधिक की शादी पर परिवार ने लिया बड़ा फैसला, वनराज बोला- ‘बतौर मेहमान आऊंगा’
अनुपमा में जितने भी ट्विस्ट आ रहे हैं, वो दर्शकों को पसंद आ रहे हैं। अभी तक आपने देखा कि शो में पाखी और अधिक की शादी को लेकर कितना ड्रामा होता है, लेकिन आखिरकार दोनों की बात पक्की हो जाती है।
टीवी शो अनुपमा (Anupamaa) न सिर्फ टीआरपी पर टॉप में है, बल्कि साथ ही साथ शो को सोशल मीडिया पर भी खूब अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। रुपाली गांगुली स्टारर अनुपमा में जितने भी ट्विस्ट आ रहे हैं, वो दर्शकों को पसंद आ रहे हैं। अभी तक आपने देखा कि शो में पाखी और अधिक की शादी को लेकर कितना ड्रामा होता है, लेकिन आखिरकार दोनों की बात पक्की हो जाती है। अब इसके बाद जहां परिवार तैयारी में है तो दूसरी ओर वनराज ने पिता की जिम्मेदारी निभाने को मना कर दिया है।
वनराज को लगा बुरा
आगे के एपिसोड्स में आप देखेंगे कि पूरा परिवार, अधिक औऱ पाखी की शादी के लिए तैयार हो जाता है और कैसे तैयारी करनी है इस पर चर्चा शुरू कर देता है। जिस पर अनुपमा से राय ली जाती है तो वो कहती है- ‘मैं तो सिर्फ इतना चाहती हूं कि मेरी बेटी पूरे सम्मान के साथ विदा हो।’ ये बात सुनकर वनराज को बुरा लग जाता है और वो उठकर चला जाता है। इसके बाद अनुपमा, वनराज को समझाने जाती है और कहती है कि पिता के नाते उसे गुस्से का पूरा अधिकार लेकिन कब तक चलेगा ये। वहीं बेटी के लिए प्यार का भी दोनों जिक्र करते हैं।
सिर्फ मेहमान रहेगा वनराज
अनुपमा से बातचीत में वनराज एक दम साफ साफ कह देता है कि वनराज, पाखी- अधिक की शादी में सिर्फ एक मेहमान की तरह शामिल होगा। वनराज कहता है कि वो किसी भी तरह की जिम्मेदारी नहीं निभाएगा और ही कन्यादान करेगा। वहीं दूसरे कमरे में बा, बाबूजी आदि अनुज की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि इसके पीछे तुम्हारी मेहनत है। अनुज भी बातों में कहता है कि वो वनराज के पिता वाले कर्तव्य निभा सकता है, लेकिन वो वनराज का हक नहीं छीनना चाहता।
पाखी- अधिक की खुशी
एपिसोड के आखिर में देखने को मिलेगा कि अनुपमा, अधिक-पाखी को आधी सच्चाई बताती है कि शादी के लिए सब तैयार हैं। वहीं मुहुर्त का भी जिक्र होता है, इस बात को सुनकर अधिक- पाखी सहित अन्य खूब खुश हो जाते हैं और इसे सेलिब्रेट करते हैं। इसके बाद अनुपमा अपने कॉलेज के लिए पढ़ने की कोशिश कर रही होती है, लेकिन मुश्किलें आती हैं। तब अधिक आकर अनुपमा की मदद करता है और ऐसा करता देख अनुज और पाखी खूब खुश होते हैं।