खत्म नहीं हुआ चीतों का क्वारंटाइन पीरियड, आखिर कबतक रहेंगे बाड़े में ?
दरअसल 17 सितंबर को आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। तब नामीबिया से आए इन चीतों को एक महीने के लिए विशेष बाड़े में क्वारंटाइन किया गया था।
खत्म नहीं हुआ चीतों का क्वारंटाइन पीरियड, आखिर कबतक रहेंगे बाड़े में ?
नामीबिया से मध्यप्रदेश के कूनो में लाए गए चीतों को बाड़े में लाने को लेकर पिछले दिनों बैठक की गई थी। बैठक में 17 अक्टूबर को चीतों को उनके अनुकूल बाड़े में शिफ्ट करने की बात कही गई थी। वहीं इसे लेकर आज हुई बैठक में कहा गया कि चीतों को अभी बाड़े में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। यानी, चीते अभी जैसै हैं वो ऐसे ही रहेंगे।
दरअसल 17 सितंबर को आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। तब नामीबिया से आए इन चीतों को एक महीने के लिए विशेष बाड़े में क्वारंटाइन किया गया था। एक महीने बाद उन्हें अनुकूल बाड़े में शिफ्ट करने की चर्चा हुई थी। चीतों के स्वास्थ्य और रहन-सहन की मॉनिटरिंग के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण विभाग ने एक टास्क फोर्स का गठन किया था।
इन चीतों को बाड़े में शिफ्ट करने को लेकर सोमवार को टीम की बैठक हुई। इस बैठक में टीम से सात सदस्य शामिल हुए, जबकि दो सदस्य अभिलाष खांडेकर और भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक डॉ विष्णु प्रिया शामिल नहीं हुए। बैठक में फिलहाल कोई खास निर्णय निकलकर सामने नहीं आया है। अभी भी चीतों का क्वारंटाइन पीरियड खत्म करने के फैसले पर कोई मुहर नहीं लगी है।
बता दें कि नामीबिया से एमपी आए आठ चीतों में पांच मादा शामिल हैं। ये मादाएं 30-66 महीने के आयु की हैं। वहीं तीन पुरुष हैं। जिनके नाम फ़्रेडी, एल्टन, सवाना, साशा, ओबान, आशा, सिबिली और सैसा हैं।वे वर्तमान में 6 ‘बोमा’ में रखे गए हैं। उन्हें खाने के लिए भैंस का मांस दिया जा रहा है।