शराबबंदी को लेकर फिर मुखर उमा भारती, भोपाल में पैदल मार्च निकालने की तैयारी
भोपाल। प्रदेश में इन दिनों पंचायत व निकाय चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने फिर एक बार ऐसी बात कह दी है, जिससे प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा हो सकती है। उमा भारती शराबबंदी को लेकर एक बार फिर मुखर हो उठी हैं और उन्होंने अक्टूबर में गांधी जयंती से नई शराबनीति में संशोधन और अहाते बंद करने को लेकर आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। उमा ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी कि वह शराबबंदी की मांग को लेकर भोपाल में गांधी जयंती पर महिलाओं के साथ मार्च करेंगी। उन्होंने अपने इस अभियान में उन सभी लोगों से साथ आने की अपील की है, जो किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हैं।
उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कहा कि 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी आएगी, सूर्य उसके बाद दक्षिणायन हो जाएंगें। इसीलिए आज ही मैं अपनी बात कहूंगी। मध्यप्रदेश में नशामुक्ति (जिसमें शराब बंदी भी शामिल है) अभियान भाजपा का ही वादा है एवं मैं उसी का अनुसरण कर रही हूं। मैं भाजपा की एक समर्थ एवं निष्ठावान कार्यकर्ता हूं, इसीलिए मैंने अधिकतर पंचायत एवं निगम चुनाव हो जाने दिए। इस बीच मैं मौन रही। अब मेरी सबसे अपील है कि कोई दुविधा में न रहे, सब अपनी-अपनी जगह पर रहकर ही इस के लिए अपनी सामर्थ्य अनुसार ही काम करें। मैं एक बहुत बड़ी कठिनाई का समाधान कर रही हूं। आज से अक्टूबर तक मैं इस अभियान में उनको अपने साथ आने के लिए कहूंगी। जो किसी पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी या अन्य किसी पद पर नहीं हैं। फिर अक्टूबर में गांधी जयंती पर भोपाल की सड़कों पर मैं महिलाओं के साथ इस राक्षस जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ मार्च करूंगी।