वृंदावन में ठाकुर जी को निहारते रहे राष्ट्रपति, भेट कीं इत्र और मिठाई
मथुराः उत्तर प्रदेश के वृंदावन (मथुरा) में आज यानी सोमवार सुबह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 9:45 बजे कृष्णा कुटीर के पास बने हेलिपैड पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का हेलिकॉप्टर उतरा गया। यहाँ वह अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ पहुंचे। जी दरअसल यहां राज्यपाल आनंदीबेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। वहीं इसके बाद राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का काफिला बांके बिहारी मंदिर के लिए रवाना हुआ। आप सभी को बता दें कि यहाँ मंदिर सेवायतों ने बताया कि पूजा अर्चना के दौरान राष्ट्रपति ठाकुर जी (बांके बिहारी) की मनोहर छवि को एकटक निहारते रहे।
दूसरी तरफ मंदिर परिसर समेत आसपास के इलाके में बनाए गए सुरक्षा घेरे में किसी भी नागरिक को प्रवेश करने से रोक दिया गया। आप सभी को बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद के स्वागत सत्कार को लेकर बांके बिहारी मंदिर में खास तैयारियां की गईं। यहाँ देसी और विदेशी फूलों से पूरे मंदिर को सजाया गया। वहीं राष्ट्रपति के मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही सेवायतों ने विशेष वेद मंत्रोच्चारण शुरू किया। इस दौरान राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री गर्भगृह के सामने वीआईपी दीर्घा में पहुंचे और यहां राष्ट्रपति ने बिहारी जी को इत्र, गुलाब, फल और मिठाइयां भेट कीं। आप सभी को बता दें कि राष्ट्रपति के वृंदावन दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
यहाँ पूरे इलाके की सुरक्षा में सात एसपी, 12 एएसपी, 20 सीओ (क्षेत्राधिकारी), 40 इंस्पेक्टर, 120 सब इंस्पेक्टर और 600 सिपाहियों समेत पीएसी की पांच कंपनियां लगाई गई हैं। वहीं एलआईयू संग अन्य खुफिया विभाग भी लगे हैं। आपको यह भी जानकारी दे दें कि बिहारी जी के दर्शन-पूजन के बाद राष्ट्रपति का काफिला करीब 10:55 बजे कृष्णा कुटीर के लिए रवाना हुआ। यहाँ महिलाएं उनका तिलक लगाकर स्वागत करती नजर आईं और इस दौरान राष्ट्रपति करीब एक घंटे तक यहां रहेंगे और 200 माताओं का हाल जानते रहे। इसी के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के वृंदावन दौरे को लेकर हर विभाग ने तैयारी की है। जी हाँ और इसी क्रम में बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए लंगूरों की सुरक्षा में लगाया गया है। लंगूरों को देखते ही बंदर भाग निकलते हैं। जी दरअसल वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं पर आए दिन बंदरों के हमले होते रहते हैं।