यूपी की महिलाओं को साधने के लिए कांग्रेस का बड़ा दांव, जानें- 2022 के लिए प्रियंका का फार्मूला 45
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तीन दशक से ज्यादा समय से राजनीतिक वनवास भोग रही कांग्रेस ने सत्ता में वापसी के लिए आधी आबादी को साधने का बड़ा दांव चला है। अपनी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुआई में पार्टी ने इसके लिए महिला घोषणा पत्र जारी करने की अनोखी पहल की है जिसमें 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव में लक्ष्य संधान के लिए 45 सूत्री फार्मूला अपनाया गया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के बाद किसानों, आदिवासियों, निषादों और महिलाओं के लिए कई मौकों पर संघर्ष करती नजर आईं प्रियंका गांधी वाड्रा ने मिशन 2022 में सफलता के लिए आधी आबादी पर निगाहें जमाई हैं जिन्हें रिझाने के लिए महिला घोषणा पत्र में 45 घोषणाएं की गई हैं।
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश मुख्यालय में घोषणा पत्र जारी करने के मंच का संयोजन भी इसकी गवाही दे रहा था जिसके जरिये महिलाओं को खास संदेश देने की कोशिश की गई। मंच पर प्रियंका के साथ सिर्फ महिलाएं मौजूद थीं जिनमें पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेटा डिसूजा और कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ शामिल थीं। घोषणा पत्र जारी करने के मौके पर प्रियंका ने कहा भी कि आगे से प्रेस कांफ्रेंस की पहली पंक्ति महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी।
महिला घोषणा पत्र को ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ थीम सांग के साथ जारी करते हुए प्रियंका ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा का हाल सभी जानते हैं। हर दिन महिलाएं मुझसे मिलती हैं, अपना दर्द कहती हैं। पुलिस-प्रशासन अपराधी के साथ होते हैं क्योंकि उनकी सत्ता से नजदीकी होती है। महिलाएं पीड़िता नहीं बने रहना चाहती हैं। वे अपने हक के लिए लड़ना चाहती हैं। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारा महिलाओं की इसी अकुलाहट से निकला है।’ उन्होंने बताया कि पार्टी का समग्र घोषणा पत्र भी जल्दी जारी किया जाएगा।
100 फाइनल टिकटों में 60 महिलाएं : प्रियंका ने कहा कि विधायिकाओं में महिलाओं की हिस्सेदारी बमुश्किल 14 प्रतिशत है। महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का फैसला विधायिका में उनकी भागीदारी बढ़ाने और महिला सशक्तीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। यह भी बताया कि टिकटों के लिए प्राप्त हुए आवेदनों की स्क्रीनिंग के बाद जो 100 टिकट अब तक फाइनल हुए हैं, उनमें 60 महिलाएं हैं। कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली सूची जल्दी जारी होगी।
धार्मिक आस्था के लिए मुझे योगी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं : एक सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि मुझे अपनी धार्मिक आस्था के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। बता दें कि अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो श्री राम का नाम भी नहीं लेते थे, अब वो माथे पर टीका लगाकर मंदिरों में जा रहे हैं। प्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बनी तो ऐसे लोग कार सेवा करते दिखेंगे। सीएम योगी के इस बयान पर जब प्रियंका से उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री को क्या मालूम कि मैं किस मंदिर में जाती हूं। मैं 14 साल की उम्र से व्रत रखती आई हूं। क्या वो मुझे मेरी आस्था के बारे में सर्टिफिकेट देंगे? मुझे उनके सर्टिफिकेट की कोई जरूरत नहीं है।’