Digital Gold: क्या है डिजिटल गोल्ड, क्या हैं इसमें निवेश के फायदे
नई दिल्ली। त्योहारी सीजन नजदीक आ रहा है। ऐसे में कई लोग ऐसे हैं, जो सोना या सोने के गहने खरीदने के बारे में सोच रहे होंगे। इसके अलावा कमोडिटी में निवेश करने वाले लोगों को सोना हमेशा से लुभाता रहा है। लेकिन, मौजूदा वक्त में डिजिटल गोल्ड में निवेश करने का चलन भी लोगों को में देखा गया है।
त्योहारी सीजन में टाटा समूह के तनिष्क, कल्याण ज्वैलर्स इंडिया लिमिटेड, पीसी ज्वैलर लिमिटेड या तो सीधे अपनी वेबसाइट पर या डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म के साथ गठजोड़ के जरिए 100 रुपये तक की कीमत में सोना बेच रहे हैं।
क्या है डिजिटल गोल्ड
जो भी सोना आप डिजिटल या ऑनलाइन तौर पर खरीदते हैं उसे ही डिजिटल गोल्ड कहा जाता है। इसमें आप 10 ग्राम से लेकर 4 किलो तक का सोना खरीद सकते हैं।
स्टोरेज
डिजिटल गोल्ड में इनवेस्ट करते वक्त कोई भी स्टोरेज या वहन लागत नहीं चुकानी पड़ती है। डिजिटल गोल्ड में निवेशकों को सोने की सुरक्षा के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ी है। क्योंकि डिजिटल गोल्ड को ट्रेडिंग कंपनियों की तरफ सुरक्षित तिजोरी में रखा जाता है।
टैक्स
तीन साल से कम वक्त के लिए गोल्ड के इनवेस्टमेंट पर होने वाले फायदे पर निवेशक को आयकर स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होता है। तीन साल से अधिक की इनवेस्टमेंट विदहोल्डिंग के लिए, निवेशक को इंडेक्सेशन फायदे के साथ 20 फीसद टैक्स देना पड़ता है। वहीं डिजिटल गोल्ड पर, तीन साल से कम वक्त के लिए इनवेस्टमेंट किए गए गोल्ड से होने वाले फायदा पर निवेशक की आयकर स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है। तीन साल से अधिक की निवेश विदहोल्डिंग के लिए, इंडेक्सेशन के फायदे के साथ 20 फीसद का टैक्स देना होता है।
निवेश
आप डिजिटल गोल्ड में, कम मात्रा में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि इसके तहत सोना खरीदने की कोई न्यूनतम सीमा नहीं होती है। निवेशक वजन या निश्चित रकम के हिसाब से गोल्ड खरीद और बेच सकते हैं। हालांकि, निवेशक सीधे तौर पर डिजिटल सोने में निवेश नहीं कर सकते हैं। डिजिटल सोने में इनवेस्ट करने के लिए निवेशकों को अधिकृत थर्ड पार्टी से संपर्क करना पड़ता है। जब निवेशक डिजिटल सोने के लिए ऑर्डर देते हैं और अपनी तरफ से उसे तिजोरी में रखते हैं, तो एजेंट निवेशक के लिए उतनी ही मात्रा में गोल्ड को खरीदते हैं। डिजिटल गोल्ड को इसी तरह से बेचा भी जाता है। एजेंट मार्केट वैल्यू पर सोना बेचता है और मिलने वाली रकम को निवेशक के अकाउंट में जमा करता है।