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अफगानिस्‍तान में रह गए हैं अब कितने अमेरिकी नागरिक, बाइडन का इनके लिए क्‍या है संदेश

वाशिंगटन । अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सेना की पूरी तरह से वापसी के बाद भी अभी कुछ अमेरिकी अफगानिस्‍तान में रह गए हैं। हालांकि इनकी संख्‍या महज 100 से 200 तक ही है। व्‍हाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेरिका में अफगानिस्‍तान से लौटने की इच्‍छा रखने वाले अपने करीब 98 फीसद अमेरिकियों को सुरक्षित निकाल लिया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका अपने बाकी बचे नागरिकों को भी बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने पत्रकारों से बात करते हुए अफगानिस्‍तान में जो अमेरिकी रह गए हैं उनको दोहरी नागरिकता हासिल है। इनमें से अधिकतर के परिवार वहीं पर हैं। इसलिए ही वो वापस नहीं आ सके हैं। उन्‍होंने ये भी कहा है कि अफगानिस्‍तान से बाहर निकलने की समय सीमा केवल यूएस फोर्स के लिए ही थी। ये समय सीमा अमेरिकी नागरिकों पर लागू नहीं होती है। इसलिए वो आगे भी वापस आ सकते हैं। ऐसे नागरिकों की अमेरिका पूरी मदद करेगा।

बाइडन ने ये भी कहा है कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन लगातार कूटनीतिक प्रयास जारी रखे हुए हैं जिससे वहां मौजूद अमेरिकियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। इनमें वो अफगानी भी शामिल हैं जिन्‍होंने बीते दो दशकों में अमेरिका की किसी न किसी तरह की मदद की है। इसके अलावा इसमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। गौरतलब है कि 15 अगस्‍त को तालिबान ने काबुल पर कब्‍जा किया था। इसके बाद से अमेरिका ने वहां से करीब सवा लाख लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। फिलहाल अफगानिस्‍तान में एक भी अमेरिकी सैनिक नहीं है। अमेरिका के काबुल से निकलने के बाद काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का कब्‍जा हो गया है। अमेरिका वायु सेना के आखिरी विमान ने सोमवार की देर रात उड़ान भरी थी।

बाइडन नेअंतरराष्‍ट्रीय जगत से अपील की है कि वो तालिबान पर अपनी बातों पर खरा उतरने के लिए दबाव बनाकर रखे। इसमें लोगों की स्‍वतंत्र आवाजाही भी शामिल है। तालिबान ने रेडियो टीवी के माध्‍यम से ऐसे लोगों को सुरक्षित रास्‍ता देने की बात कही है जो देश छोड़कर जाना चाहते हैं। बाइडन ने कहा कि हम उन्‍हें अकेला नहीं छोड़ सकते हैं। अमेरिका ने काबुल से अपने लोगों को निकालने की शुरुआत करीब 17 दिन पहले की थी। इसमें पहले वहां से 5500 लोगों को निकाला गया था। इनमें दूसरे देशों के डिप्‍लोमेट, दूतावास में काम करने वाले अमेरिकी और उनके परिजन, वहां काम करने वाले अफगानी और उनके परिजन भी शामिल थे।

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