कोरोना के टीके की परस्पर मान्यता के लिए कई देशों से चल रही बात, केंद्र ने राज्यसभा को दी जानकारी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि कोविड-19 वैक्सीन की परस्पर मान्यता के लिए कई देशों से बातचीत चल रही है। फिलहाल वैक्सीन पासपोर्ट लागू करने का की योजना नहीं है।
विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने राज्यसभा को लिखित जवाब में बताया कि कोविड महामारी के कारण सामान्य अंतरराष्ट्रीय यात्राएं स्थगित रही हैं। उन्होंने कहा, ‘ज्यादातर देशों में कोविड निगेटिव रिपोर्ट व संबंधित देश के प्रोटोकाल के अनुपालन की जरूरत होती है। कुछ देशों ने टीकाकरण को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है और वे टीका लगवा चुके लोगों को अनिवार्य क्वारंटाइन से छूट दे रहे हैं। ऐसे में भारत टीकों की परस्पर मान्यता के लिए कई देशों से बात कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्रों पर अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आइसीएओ) के तत्वाधान में भी बहुपक्षीय चर्चाएं हुई हैं, लेकिन फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं बनी है। भारत इन चर्चाओं का हिस्सा रहा है।
पूनावाला ने रद की विदेश जाने वाले छात्रों की आर्थिक मदद
सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि उन्होंने विदेश जाने वाले छात्रों की 10 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता रद कर दी है। इसका कारण यह है कि कुछ देशों ने अभी तक उस टीके के रूप में कोविशील्ड को मंजूरी नहीं दी है, जिसे लगवाने वाले को क्वारंटाइन से छूट दी जाती है। इस आशय के ट्वीट के साथ उन्होंने जरूरतमंद छात्रों की वित्तीय मदद के लिए आवेदन करने को एक लिंक भी साझा किया है।