पाकिस्तान की खस्ता हालत पर इमरान खान को घेरेगा विपक्ष, चार जुलाई से शुरू होगा देशभर में आंदोलन
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में विपक्ष हर तरह से प्रधानमंत्री इमरान खान को घेरने की कोशिश में लगा हुआ है। विपक्षी गठबंधन पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट चार जुलाई से आंदोलन शुरू कर रहा है। इधर राजनीतिक दल पीएमएल-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने अपनी पार्टी की आर्थिक सलाहकार परिषद से कहा है कि वह इमरान सरकार की आर्थिक नीतियों की समीक्षा करे और उसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच सभी जानकारियों के साथ सक्रिय करें। शहबाज शरीफ ने एक वर्चुअल बैठक में कहा कि पाक में इस समय मुद्रास्फीति, चरम पर है। बेरोजगारी के साथ ही आर्थिक मोर्चे पर सरकारी पूरी तरह फेल हो गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार झूठ बोलकर आंकड़े बदल सकती है, इससे धरातल पर अर्थव्यवस्था की हकीकत को नहीं बदला जा सकता है।
वहीं, कुछ दिन पहले पाकिस्तान पीपुल्प पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर जोरदार हमला बोला था। बिलावल ने कहा था कि प्रधानमंत्री खान भीख मांगने का कटोरा लेकर दुनिया की चौखट पर घूम रहे हैं और पूरे पाकिस्तान की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिला रहे हैं।
कोरोना के कारण गुलाम कश्मीर में चुनाव हो सकते हैं स्थगित
पाकिस्तान की कोरोना पर निगरानी रखने वाली संस्था नेशनल कमांड एंड आपरेशन सेंटर (एनसीओसी) ने गुलाम कश्मीर में दो माह चुनाव रोकने की संस्तुति की है। संस्था ने चुनाव आयोग को इस संबंध में पत्र लिखा है। गुलाम कश्मीर के प्रधानमंत्री राजा फारुक हैदर ने इसे इमरान सरकार की साजिश बताया है।
पाक में पत्रकार पर हमले में आइएसआइ बैकफुट पर
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्वतंत्र पत्रकार असद अली तूर पर जानलेवा हमले के कारण विदेश में हो रही आलोचना के बाद खुफिया एजेंसी आइएसआइ बैकफुट पर आ गई है। एजेंसी ने सफाई देते हुए कहा है कि यह उसको बदनाम करने की सुनियोजित साजिश है। पत्रकार तूर ने बताया था कि हमलावरों ने कहा था कि वह आइएसआइ से हैं। पाक के पत्रकारों ने कहा है कि अब तूर की आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है।