मैक्रों और मोदी के बीच हुई वार्ता के बाद फ्रांस ने भारत को चिकित्सा सहयोग भेजने का किया एलान
नई दिल्ली। फ्रांस ने सोमवार को घोषणा की कि वह भारत के लिए 16 बड़े ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों सहित अतिरिक्त चिकित्सा आपूर्ति भेजेगा, ताकि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से लड़ने में देश को सहयोग मिल सके।
फ्रांस के राजदूत ने कहा- भारत के बगैर वैश्विक स्तर पर कोरोना के खिलाफ जीत नहीं मिल सकती
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच टेलीफोन पर हुई वार्ता के कुछ दिनों बाद यह घोषणा फ्रांस के दूतावास ने की। फ्रांस के राजदूत इमैन्युएल लिनैन ने कहा कि भारत के बगैर वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के खिलाफ जीत नहीं मिल सकती है।
लिनैन ने कहा- फ्रांस ने पहली बार सबसे बड़ा सहयोग अभियान चलाया
फ्रांस के दूतावास ने एक बयान में कहा कि महामारी फैलने के बाद फ्रांस ने पहली बार सबसे बड़ा सहयोग अभियान चलाया है और यह दोनों देशों के बीच लंबे समय से मजबूत संबंधों को दर्शाता है।
ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के साथ दो विशेष मालवाहक विमान मध्य जून तक भारत आएंगे
दूतावास ने कहा कि 10 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के साथ एक विशेष मालवाहक विमान मध्य जून तक भारत आएगा और इसके बाद एक और विमान आएगा।
प्रत्येक संयत्र प्रति घंटे 24 हजार लीटर जीवन रक्षक गैस का उत्पादन करता है
बयान में बताया गया कि फ्रांस में बने अधिक क्षमता वाला प्रत्येक संयत्र प्रति घंटे 24 हजार लीटर जीवन रक्षक गैस का उत्पादन करता है और कई वर्षो तक भारत के 250 बिस्तरों वाले किसी अस्पताल को आत्मनिर्भर बना सकता है।