पीएम मोदी आज कोरोना के सर्वाधिक मामलों वाले राज्यों और जिलों के अधिकारियों से करेंगे वार्ता
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कोरोना संक्रमण के सार्वाधिक मामलों वाले राज्यों व जिलों के अधिकारियों से बातचीत करेंगे।प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि इस बैठक में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के अधिकारी हिस्सा लेंगे।
प्रधानमंत्री 20 मई को 10 राज्यों के 54 जिलों के शीर्ष अधिकारियों के साथ करेंगे बैठक
अधिकारियों ने पहले बताया था कि बैठक में नौ राज्यों के 46 जिलों के जिलाधिकारी हिस्सा लेंगे। उनका कहना था कि 20 मई को भी प्रधानमंत्री 10 राज्यों के 54 जिलों के शीर्ष अधिकारियों का साथ बैठक करेंगे।
होम आइसोलेशन में मरीजों के लिए टेलीमेडिसिन ने बड़ी भूमिका निभाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि होम आइसोलेशन में मरीजों के लिए टेलीमेडिसिन ने बड़ी भूमिका निभाई है और इस सेवा का ग्रामीण क्षेत्रों में भी विस्तार करने की जरूरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ करने का कोरोना की दूसरी लहर में काफी लाभ मिला है। टीकाकरण ने ज्यादातर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की है क्योंकि 90 फीसद स्वास्थ्य पेशेवरों को पहले ही टीके की पहली डोज दी जा चुकी है।
पीएम मोदी ने कहा- सभी राज्यों में हों टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध करा रहे डाॅक्टरों की टीम
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये डाॅक्टरों के एक समूह के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने टीम बनाकर गांवों में टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध करा रहे डाॅक्टरों की सराहना करते हुए कहा कि सभी राज्यों में ऐसी ही टीमें बनाने, एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों व इंटर्न को प्रशिक्षित करने और सभी तहसीलों व जिलों में ऐसी सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने की अपील की। मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में मरीजों का होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है, डाॅक्टर सुनिश्चित करें कि ऐसे प्रत्येक मरीज की देखभाल मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के आधार पर हो।
पीएम ने कहा- तेज रफ्तार से किए जा रहे टेस्टिंग और दवाओं की आपूर्ति
प्रधानमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग हो, दवाओं की आपूर्ति हो या फिर रिकार्ड समय में नए बुनियादी ढांचे की स्थापना, सभी काम तेज रफ्तार से किए जा रहे हैं। उनका यह बयान विपक्षी पार्टियों द्वारा उनकी सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम की आलोचना के मद्देनजर आया है। विपक्ष ने सरकार पर कोरोना की दूसरी लहर से सही तरीके से नहीं निपट पाने का आरोप भी लगाया है।