Madhy Pradesh

होमकोरेंटाइन कोविड मरीजों को केंद्रीय आयुष मंत्रालय की एडवायजरीनुसार आयुर्वेदोपचार किट दी जावे


हास्पिटल्स में अनावश्यक भीड़ न बढ़ाने और कोरोना मरीजों में सामान्य लक्षण होने की स्थिति में होमकोरेंटाइन अथवा कोविड सेंटर्स पर भर्ती मरीजों को केंद्रीय आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी एडवायजरी के अनुसार आयुर्वेद उपचार किट नि:शुल्क दी जावे, यह मांग आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पाण्डेय ने राज्य सरकारों व केंद्र से की है! डॉ पाण्डेय ने कहा कि माइल्ड कोविड पॉजीटिव मरीजों को जिनमें फीवर, हेडक, ड्रायकफ, गले व नाक के भीतर सामान्य संक्रमण हो तो आयुष-64 टैबलेट 500मिग्रा की दो टैबलेट दिन में तीन बार गर्म पानी से दें! अश्वगंधा टैबलेट 250 मिग्रा व शुण्ठी पावडर 500 मिग्रा दिन में दो बार गुनगुने पानी से दें! संशमनी वटी 500मिग्रा दिन में दो बार गुनगुने पानी से दें! गुडूची क्वाथ 100 मिली व पिप्पली चूर्ण 02 ग्राम खाने से पूर्व दिन में दो बार दें अथवा गुडूची पिप्पली की दो टैबलेट 375 – 375 मिग्रा दिन में दो बार दें! ये दवायें 15 दिन तक लें.
इसके साथ ही सिम्प्टोमेटिकली रूप में फीवर व हेडक में 500 मिग्रा सुदर्शनघनवटी गर्म पानी के साथ दिन में दो बार दें. कफ हो तो 03 ग्राम सीतोपलादि चूर्ण शहद के साथ दिन में तीन बार दें! गले में संक्रमण व भोजन में टेस्ट न मिल रहा हो तो एक से दो व्योशादिवटी टैबलेट चबाना है एवं यष्टिमधु चूर्ण 01से 03 ग्राम को शहद के साथ दो बार दें. ये 15दिनों तक ले सकते हैं! डॉ पाण्डेय कहा कि अगर इन औषधियों की किट बनाकर प्रभावित कोरेंटाइन मरीजों को नि:शुल्क दिया जावे तो ये लाभ देंगी जिससे मरीज बाहर हास्पिटल्स में जाकर इलाज कराने व कोरोना संक्रमण से बचाव कर सकेंगे.

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